आनंदपाल के एनकाउंटर के बाद लॉरेंस की मदद से पूरी गैंग कर रही थी ऑपरेट, अब गैंगस्टर काला जेठड़ी से जुड़ी
नागौर @ jagruk janta। राजस्थान की लेडी डॉन अनुराधा को शनिवार को दिल्ली पुलिस की स्पेशल टीम ने कुख्यात गैंगस्टर काला जठेड़ी के साथ गिरफ्तार कर लिया है। दोनों को टीम ने सहारनपुर यूपी से हाईवे पर पकड़ा। इनके पास से पिस्टल व रिवॉल्वर भी मिली है। जठेड़ी के साथ वह 9 महीने से लिव इन में रहकर उसकी पूरी गैंग को ऑपरेट कर रही थी।
राजस्थान की लेडी डॉन अनुराधा चौधरी आनंदपाल की गैंग से जुड़ी थी। इसके बाद वह सुर्खियों में आई। आनंदपाल का एनकाउंटर होने के बाद से वह फरार चल रही थी। वह काला जठेड़ी के साथ उत्तराखंड में छिपी हुई थी। वहां से जब दोनों सहारनपुर आए तो पकड़े गए। काला जठेड़ी के पास से एक पिस्टल भी बरामद हुई है। फरारी के दौरान लेडी डॉन काला जठेड़ी के साथ विदेश के अलावा हरियाणा, पंजाब, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, बिहार, महाराष्ट्र के मुंबई, राजस्थान, एमपी में फरारी काटी।
आनंदपाल एनकाउंटर के बाद लॉरेंस की मदद से जुड़ी जठेड़ी से
लेडी डॉन अनुराधा देशभर में खौफ और दहशत का पर्याय बने राजस्थान के कुख्यात गैंगस्टर आनंदपाल की गर्लफ्रेंड थी। ये लंबे समय से राजस्थान पुलिस की गिरफ्त से फरार थी। फरारी के दौरान लॉरेंस विश्नोई की मदद से अनुराधा की मुलाकात काला जठेड़ी से हुई। पिछले 9 महीनों से दोनों लिव इन में रह रहे थे। लेडी डॉन अनुराधा चौधरी को साल 2016 में नागौर जिले की एक अदालत ने 2 साल की सजा सुनाई थी। इसी के साथ 20 हजार रुपए का जुर्माना भी लगाया था। अनुराधा का जन्म राजस्थान के सीकर जिले में हुआ था। वो गैंगस्टर आनंदपाल सिंह की सहयोगी भी रही है। अवैध हथियार की हेराफेरी में आनंदपाल का सहयोग करती थी। अनुराधा पर लूट, किडनैपिंग, रंगदारी मांगने समेत कई गंभीर अपराध दर्ज हैं।
दिल्ली-एनसीआर के सबसे कुख्यात गैंग को करती थी ऑपरेट
कुख्यात गैंगस्टर काला जठेड़ी पर सात लाख रुपए का इनाम है। दिल्ली के साथ-साथ जठेड़ी पर पंजाब, हरियाणा और राजस्थान में भी कई मामले दर्ज हैं। लॉरेंस इसी गैंग का मुखिया भी माना जाता है। लॉरेंस ने ही अनुराधा काे काला जठेड़ी से मिलाया था। इसके बाद जठेड़ी का अनुराधा पर इतना भरोसा बढ़ गया कि उसकी पूरी गैंग को वही ऑपरेट करती थी। लॉरेंस विश्नोई गिरोह को पहले थाईलैंड से राजू बसौदी चला रहा था। हरियाणा एसटीएफ ने उसे वहां से डिपोर्ट कर गिरफ्तार कर लिया। इससे पहले विश्नोई भी पुलिस की गिरफ्त में आ चुका था। इसके बाद से विश्नोई गैंग को काला जठेड़ी ही ऑपरेट कर रहा था। विश्नोई गिरोह रंगदारी, फिरौती, लूट और हत्या की वारदातों को अंजाम देता है।