जिले की केंद्रीय सहकारी बैंक की टोडा शाखा में उस वक़्त हड़कंप मच गया, जब एक वृद्ध ने एक मृतक के खाते से पेंशन के पांच हजार रुपए निकलवा लिए। इसके बाद वृद्ध ने खुद की भी पेंशन लेने के लिए विड्रॉल फॉर्म भरकर मैनेजर को दे दिया।
सीकर। जिले की केंद्रीय सहकारी बैंक की टोडा शाखा में उस वक़्त हड़कंप मच गया, जब एक वृद्ध ने एक मृतक के खाते से पेंशन के पांच हजार रुपए निकलवा लिए। इसके बाद वृद्ध ने खुद की भी पेंशन लेने के लिए विड्रॉल फॉर्म भरकर मैनेजर को दे दिया। यह सब देख कर बैंक मैनेजर के होश उड़ गए, इसके बाद 80 वर्षीय मालाराम गुर्जर को पकड़ लिया गया।
मामला केंद्रीय सहकारी बैंक की टोडा शाखा की है जहाँ एक 80 वर्षीय मालाराम गुर्जर ने कालाखोरा (गाडराटा) निवासी मालाराम जांगिड़ के खाते से अंगूठा लगाकर पांच हजार रुपए निकाले थे। मालाराम ने बताया कि, उसके साथ मालाराम जांगिड़ का पोता कप्तान भी आया था। बैंक से रुपए निकालने के बाद मालाराम गुर्जर ने कप्तान को दे दिए थे।
बैंक मैनेजर ललित कुमार ने बताया कि जब हमने खाते में दर्ज मोबाइल नंबर पर बात की तो पता चला कि जिस व्यक्ति के खाते से पांच हज़ार रुपये निकाले गए हैं, उस ग्राहक मालाराम जांगिड़ की चार महीने पहले ही मौत हो चुकी है। घटना के बाद हमने मालाराम गुर्जर के परिजनों को घटना की जानकारी देकर ब्रांच पर बुलाया। करीब डेढ़ घंटे बाद बैंक पहुंचे परिजनों पांच हजार रुपए उसी खाते में जमा करवा दिए।
हालांकि, बैंक मैनेजर यह ज़रूर कह रहे हैं कि, सर्तकर्ता के चलते फर्जीवाड़ा पकड़ा गया। लेकिन सवाल यह उठता है कि बैंक मैनेजर व बैंक कर्मियों ने पैसे देने से पहले एक बार भी उसकी फोटो की मिलान नहीं की और न ही अंगूठे के निशान का सही मिलान किया। इसके बाद पांच हजार रुपए लेकर उसने वहीं कप्तान जांगिड़ को सौंप दिए। पकड़ा तो तब गया जब मालाराम ने खुद की भी पेंशन के एक हजार पांच सौ रुपए निकालने के लिए विड्राल फार्म मैनेजर को दिया। इसके बाद उससे पूछताछ हुई।
वहीं, बैंक मैनेजर ने इस पर सफाई देते हुए कहा कि मामले में पांच हजार रुपए वापस बैंक में जमा नहीं कराने की सूरत में पुलिस में मामला दर्ज करवाया जाता।