बीकानेर@जागरूक जनता। बेरोजगारी का आलम क्या होता है यह दुखड़ा रोज सुनने को मिलता है लेकिन जब चयनित ही इस पीड़ा से गुजरने को मजबूर हो तो भला अब इनकी पीड़ा का तो कोई अंदाजा ही नही रह जाता । क्योंकि जिस मंजिल पर यह खड़े है उसके बारे में एक कहावत है कि” ना घर का ना घाट का” । कुछ ऐसी ही पीड़ा रीट 2018 में चयनित उठा रहे है । रीट 2018 में चयनित 6 महीने से नियुक्ति न मिलने से पिछले पांच दिनों से आंदोलन कर रहे शिक्षकों ने मंगलवार को शिक्षा निदेशालय के बाहर झाडू निकालकर प्रदर्शन किया । चयनितों का कहना है कि यह महापड़ाव नियुक्ति न मिलने तक जारी रहेगा । बयाना ब्लॉक के चयनित दीपक शर्मा ने बताया कि रीट 2018 की प्रतीक्षा सूची कोर्ट आदेश, मुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री की सहमति अनुसार लेवल प्रथम 894 पदों और लेवल द्वितीय 2840 पदों पर जारी की गई । जिनमे से लेवल द्वितीय के अंग्रेजी विषय को छोड़कर सभी विषयो की नियुक्ति फरवरी में हो गयी । यानी 70 प्रतिशत की नियुक्तियां हो चुकी है और 30 प्रतिशत नियुक्तियां कोर्ट स्टे के कारण रुक गयी । चयनितों की मांग है कि जल्द से जल्द सुनवाई एवं एजी साहब द्वारा पैरवी करवाकर हमे नियुक्ति प्रदान करे | धरना स्थल पर मौजूद राधाकृष्ण प्रजापत, संजय मीना, शंकर चौधरी, रतन, सूर्यप्रकाश आदि ने बताया कि यह धरना हमारी नियुक्ति आदेश तक जारी रहेगा ।