प्रदेश में 21 जून से सघन वृक्षारोपण अभियान शुरू हो रहा है। इसके तहत पूरे प्रदेशभर में निकाय क्षेत्रों में 9.12 लाख पेड़—पौधे लगाए जाएंगे। इसके लिए नगर निगम, नगरपालिका और नगर परिषद के हिसाब से पेड़-पौधों की संख्या तय की गई है।
जागरूक जनता नेटवर्क
जयपुर। प्रदेश में 21 जून से सघन वृक्षारोपण अभियान शुरू हो रहा है। इसके तहत पूरे प्रदेशभर में निकाय क्षेत्रों में 9.12 लाख पेड़-पौधे लगाए जाएंगे। इसके लिए नगर निगम, नगरपालिका और नगर परिषद के हिसाब से पेड़-पौधों की संख्या तय की गई है।
स्वायत्त शासन विभाग की ओर से जारी आदेशों के तहत जयपुर ग्रेटर में 50 हजार और अन्य सभी नगर निगमों में 30 हजार पेड़-पौधे लगाने का लक्ष्य तय किया गया है। प्रत्येक नगर परिषद में पांच और नगरपालिका में 2500 पेड़-पौधे लगाए जाएंगे। महात्मा गांधी की 150वीं जयती के तहत हो रहे इस वृक्षारोपण कार्यक्रम के तहत गांधी वाटिका की स्थापना की जानी है। प्रत्येक वाटिका में कम से कम 150 पौधे लगाए जाएंगे। वृक्षारोपण कार्यक्रम के तहत डिवाइडर, खाली भूखंड, सार्वजनिक स्थल सहित उपयुक्त जगहों पर वृक्षारोपण किया जाएगा। वृक्षारोपण में 5 से 10 फुट के पेड़ लगाए जाएंगे। इस दौरान सामाजिक संगठन, एनजीओ और लोगों को वृक्षारोपण में भाग लेने के लिए प्रेरित किया जाएगा। अभियान के तहत अमलतास, गुलमोहर, जकरकंदा, कचनार, बकेन, नीम, शीशम व अन्य वृक्ष लगाए जाएंगे।
वन विभाग उपलब्ध कराएगा पेड़-पौधे
अभियान के लिए पेड़-पौधे वन विभाग की ओर से उपलब्ध कराए जाएंगे। शेष खर्चे नगरीय निकाय वहन करेंगे। निकाय अभियान के पहले ही ट्री गार्ड, खाद और पानी की व्यवस्था करें ताकि अभियान के दौरान कोई परेशानी नहीं हो।
जागरुकता के लिए यह दिए निर्देश
—जनप्रतिनिधि जनता को वृक्षारोपण के लिए प्रेरित करे
—पर्यावरण जागरुकता के लिए पम्फलेट का वितरण और स्कूली बच्चों की रैली के साथ प्रश्नोत्तरी कार्यक्रम हों
—जिला कलेक्टर्स सरकारी संस्थानों, वनकर्मी, शिक्षक, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की भागीदारी सुनिश्चित करें
—वृक्षारोपण कार्यक्रम में आने वाले प्रतिभगयों को वन—पर्यावरण संरक्षण की शपथ दिलाई जाए
निकायवार पौधरोपण का लक्ष्य
जयपुर नगर निगम हैरिटेज—30 हजार
नगर निगम जयपुर ग्रेटर—50 हजार
नगर निगम कोटा उत्तर—30 हजार
नगर निगम कोटा दक्षिण—30 हजार
नगर निगम जोधपुर उत्तर—30 हजार
नगर निगम जोधपुर दक्षिण—30 हजार
शेष 4 नगर निगम—30 हजार प्रत्येक
समस्त 34 नगर परिषद—5 हजार प्रत्येक
समस्त 169 नगरपालिका—2500 प्रत्येक