- बीकानेर की जानी मानी हस्तियों सहित महापौर ने कार्यक्रम में की शिरकत
- भाव के बगैर लेखक और उसका लेखन कार्य दोनों ही अधूरा है- आशावादी
बीकानेर@जागरूक जनता । देश के प्रतिष्ठित राजस्थानी भाषा की सर्वोच्च पुरस्कार से समाहत नगर के प्रख्यात लेखक, रंगकर्मी पत्रकार और कवि मधु आचार्य “ आशावादी ” को साहित्य की क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए “ भुवालका जन कल्याण ट्रस्ट के मरुधरा पुरस्कार ” से सम्मानित होने पर सेठ तोलाराम बाफना एकेडमी एवं तनुष एजुकेशन एंड वेलफेयर सोसायटी के संयुक्त तत्वावधान में बाफना स्कूल के सभागार में एक अभिनंदन समारोह आयोजित किया गया । बाफना स्कूल के सीईओ डॉ. पी एस वोहरा ने बताया कि अभिनंदन समारोह में शाला के ट्रस्टी राजेंद्र गोलछा, डॉ तनवीर मालावत, कमल रंगा, आर के सुतार, राजेंद्र जोशी, के एल बोथरा, किशोर सिंह, बुलाकी शर्मा, शशि शर्मा, आनन्द जोशी, सीए सुधीश शर्मा, जेठमल सुथार, विमला मेघवाल सहित बीकानेर की जानी – मानी हस्तियां उपस्थित थी । कार्यक्रम की अध्यक्षता वरिष्ठ पत्रकार लूणकरण छाजेड़ ने की तथा मुख्य अतिथि बीकानेर महापौर सुशीला कंवर थी । अपने संबोधन में मधु आचार्य “ आशावादी ” ने कहा कि भाव के बगैर लेखक और उसका लेखन कार्य दोनों ही अधूरा है । भाव ही एक लेखक को लिखने के लिए विचलित करता है । उसके मन में छटपटाहट को उत्पन्न कर एक सार्थक सृजन की ओर अग्रसर करता है । यह सम्मान मुझे एक नई जिम्मेदारी का बोध कराता है । बाफना स्कूल में जब भी मुझे आने का अवसर मिलता है तो मुझे बाफना स्कूल एक आधुनिक गुरुकुल की तरह नजर आता है, जिसमें अपने विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास की छटपटाहट नजर आती है । अभिनंदन समारोह में महापौर सुशीला कंवर, डॉ तनवीर मालावत, वरिष्ठ पत्रकार बुलाकी शर्मा, आर के सुतार, शशि शर्मा, आनंद जोशी, कमल रंगा व सीए सुधीश शर्मा सहित अनेक गणमान्य हस्तियों ने अपने विचार व्यक्त किए । अभिनंदन समारोह में मधु आचार्य “ आशावादी ” को बाफना स्कूल की ओर से राजेंद्र गोलछा ने शाल, साफा, प्रतीक चिन्ह, पेन व डायरी तथा अभिनंदन पत्र भेंट कर उनका सम्मान कर किया गया । समारोह में बाफना स्कूल के सीईओ डॉ पी एस वोहरा ने स्वागत भाषण दिया । अभिनंदन पत्र का वाचन किशोर सिंह ने किया । भंवर पुरोहित ने आगंतुकों का आभार व्यक्त किया , कार्यक्रम का संचालन हरीश बी शर्मा ने किया ।
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