- भारत का सबसे एडवांस्ड ईवी मैन्युफैक्चरिंग प्लांट होगा, 2400 करोड़ रुपए आएगी लागत
- 20 लाख यूनिट होगी सालाना प्रोडक्शन कैपेसिटी, अलग-अलग तरह के काम करेंगे 5 हजार रोबोट
भारतीय राइड शेयरिंग कंपनी ओला, इलेक्ट्रिव व्हीकल मैन्युफैक्चरिंग की ओर तेजी से कदम बढ़ा रही है। बुधवार को ओला ने तमिलनाडु में भारत का सबसे एडवांस्ड ईवी मैन्युफैक्चरिंग प्लांट लगाने के लिए सीमेंस के साथ साझेदारी की। पिछले महीने ही ओला ने तमिलनाडु सरकार के साथ राज्य में अपना पहला प्लांट लगाने के लिए 2400 करोड़ की डील पर साइन किया।
10 हजार लोगों को रोजगार मिलेगा
कंपनी का दावा है कि प्लांट पूरी तरह से शुरू होने पर लगभग 10 हजार लोगों को रोजगार मिलेगा। अपनी सालाना 20 लाख यूनिट की प्रोडक्शन कैपेसिटी के साथ यह दुनिया का सबसे बड़ा स्कूटर मैन्युफैक्चरिंग प्लांट होगा। यह ओला के ग्लोबल मैन्युफैक्चरिंग हब के रूप में भारत के साथ यूरोप, यूके, लैटिन अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड जैसे प्रमुख बाजारों के ग्राहकों लिए भी काम करेगा।
कई तरह के काम रोबोट करेंगे
कंपनी का दावा है कि इंडस्ट्री 4.0 प्रिंसिपल पर बनाने वाला यह प्लांट, भारत का सबसे एडवांस्ड मैन्युफैक्चरिंग प्लांट होगा। लगभग 5 हजार रोबोट इसमें अलग-अलग तरह के काम करेंगे। साझेदारी के तहत “ओला, सीमेंस की इंटीग्रेटेड डिजिटल ट्विन डिजाइन और मैन्युफैक्चरिंग सॉल्यूशंस को एक्सेस कर सकेगी ताकि वास्तविक ऑपरेशन से आगे होकर प्रोडक्ट और प्रोडक्शन को डिजिटलाइज और वैलिडेट किया जा सके।
एआई तकनीक से होगी काम की निगरानी
उन्होंने आगे कहा कि- ओला के एआई इंजन और टेक स्टैक की बदौलत फैक्ट्री पूरी तरह से आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस तकनीक पर काम करेगी, जिससे मैन्युफैक्चरिंग प्रोसेस के हर पहलू की अच्छी तरह से निगरानी होगी। इससे पूरे ऑपरेशन पर बेहतरीन कंट्रोल, ऑटोमेशन और क्वालिटी मेंटेन की जा सकेगी।
ऑटोमैटिक होगा माल का मूवमेंट और स्टोरेज
फैक्ट्री के अंदर कच्चे माल और मटेरियल को एक से दूसरी जगह पहुंचाने, स्टोर करने, प्रोडक्शन लाइन पर स्कूटर का काम फिनिश करने से लेकर स्कूटर ट्रक में लोड करने तक का सारा काम पूरी तरह से ऑटोमैटिक होगा। कंपनी ने कहा कि ये एडवांस्ड टेक्नोलॉजी सिस्टम ओला की वर्कफोर्स के साथ मिलकर काम करेगा। जिससे ओला के ग्राहकों तक एक क्वालिटी प्रोडक्ट पहुंचाने में मदद मिलेगी।