
सवाईमाधोपुर (हिमांशु मीना)। इस बार प्रदेश में मानूसन जमकर मेहरबान है। लेकिन, यह मेहरबानी आम जनता के लिए अब परेशानी का सबब बनती जा रही है। हाड़ौती-ढूंढाड़ खेत्र में मूसलाधार बारिश के कारण अतिवृष्टि में बदल गई है। यहां खेत-घर, नदी से जलमग्न नजर आ रहे हैं। जनहानि के भी समाचार है। ऐसे में रणथम्भौर गणेश चतुर्थी का मेला प्रदेश के बड़े मेलों में शुमार है। यहां लाखों की संख्या में श्रद्धालु दर्शन करने पहुंचते हैं। लेकिन इस बार चारों ओर पानी ही पानी के चलते रास्ते अवरुद्ध हो चुके हैं। वहीं जंगली जानवरों का भी खतरा बढ़ गया है। ऐसे में प्रशासन को चाहिए कि बारिश में जो श्रद्धालु गणेश मंदिर दर्शन के लिए आ रहे हैं, उन्हें प्रवेश द्वार पर ही रोका जाए ताकि किसी अनहोनी से बचा सके।
गौरतलब है कि त्रिनेत्र गणेश मंदिर तक का मार्ग जंगली जानवरों के खतरों के साथ-साथ पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो चुका है। ऐसे में प्रशासन की ओर से सवाईमाधोपुर में ही प्रमुख स्थानों पर डिजिटल दर्शन करवाने की व्यवस्था करनी चाहिए। जिससे श्रद्धालु वहीं से भगवान गणेश जी के दर्शन का लाभ ले सकें। हालांकि प्रशासन की ओर से आयोजित होने वाले तीन दिवसीय लक्खी मेले के लिए एक हजार जवानों की तैनाती की गई है।