
जयपुर. 21 जून अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर गौतम हॉस्पिटल रिसर्च सेंटर, मेंटल हेल्थ फाऊंडेशन एवं डॉ मेधावी न्यूट्रिफिट के संयुक्त तत्वाधान से जन जागरण हेतु गौतम हॉस्पिटल के सभागार में विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें अमेटी यूनिवर्सिटी, ज्ञान विहार यूनिवर्सिटी, अपैक्स यूनिवर्सिटी, आईआईएस यूनिवर्सिटी एवं जयपुर नर्सिंग कॉलेज, महाराजा विनायक ग्लोबल यूनिवर्सिटी के करीब 120 मनोविज्ञान के छात्र छात्राओ ने कार्यक्रम में भाग लिया।
मनोचिकित्सा के एमेरिटस प्रोफेसर डॉक्टर शिव गौतम ने मानसिक स्वास्थ्य में योग के महत्व को बताते हुए सभी छात्र-छात्राओं को योग एवं मनोचिकित्सा विषय पर मानसिक चिकित्सा में अवसाद एवं चिंता विक्षप्ति को नियंत्रण में करने एवं नशे की लत छोड़ने व दोबारा नशा न करने के लिए कौन से प्राणायाम व योग क्रियाओ की उपादेयता है इस पर विस्तार से समझाया। स्वयं के जीवन में योग को अपनाने तथा रोगियों के मनोवैज्ञानिक उपचार में इन विधाओं को समझाने पर जोर दिया। डॉ गौतम ने बताया कि न सिर्फ नशीले पदार्थों को छोड़ने बल्कि व्यवहारीय नशे जैसे कि गैम्बलिंग, स्क्रीन एडिक्शन, फूड एडिक्शन आदि को भी छुड़वाने में व रिलैप्स प्रेवेन्शन में योग की मदद ली जा सकती है।
योग गुरु महेंद्र सिंह राव ने योग की महत्वता के बारे में हुये स्वस्थ जीवन का मंत्र दिया “खाओ आधा, पियो दुगना, कसरत करो तीन गुना और हंसो चार गुना” योग सिर्फ कसरत नहीं योग का महत्व है जोड़ना “आत्मा का परमात्मा से जुड़ाव” । योगी तनमय सिंह ने विभिन्न आसनों व योग क्रियायों का प्रदर्शन किया।
डॉ मेधावी गौतम ने योग में संतुलित आहार के बारे में सात्विक भोजन के लिए उपर्युक्त सामग्री व योगिक आहार के विषय में बताया।
गौतम हॉस्पिटल की सीईओ राजश्री गौतम ने योग की महत्वता को कविता के माध्यम से प्रेरित किया व अतिथियों को धन्यवाद दिया।