गांधीनगर स्कूल के कक्षा छठवीं के विद्यार्थियों की जुखाम और खांकी की शिकायत पर कराई रेंडम सेंपलिंग, स्कूल बंद किया, स्कूल में तीन दिन पहले पांच बच्चे पॉजिटिव, शिक्षा अधिकारियों को सुध नहीं,प्रशासन ने सेनेटाइज तक नहीं करवाया, स्टॉफ अपने स्तर पर जुटा रहा संसाधन
जयपुर। राजधानी के गांधीनगर स्थित उच्च प्राथमिक स्कूल में चार दिन पहले एक साथ पांच बच्चों के पॉजिटिव होने का मामला सामने आया है। यह राजधानी में पहला मामला है, जब सरकारी स्कूल में एक साथ इतने बच्चों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। 23 को रिपोर्ट आने के बाद 24 से बच्चों की छुटटी कर दी गई है। हैरानी की बात तो यह है कि सरकारी स्कूल में बच्चों के पॉजिटिव होने की खबर शिक्षा विभाग के संबंधित अधिकारियों को तक नहीं है।
संयुक्त शिक्षा निदेशक से लेकर मुख्य शिक्षा अधिकारी, शिक्षा अधिकारी और ब्लॉक शिक्षा अधिकारी इस बात से अनजान है। इतना ही नहीं, पॉजिटिव आने के बाद जिला प्रशासन ने भी स्कूल और बच्चों को सुध नहीं ली। यहां तक के चार दिन बाद तक स्कूल सेनेटाइज तक नहीं करवाया गया है। स्कूल का स्टॉफ अपने स्तर पर ही संसाधन जुटाने में लगा है।
बच्चों को ना सेनेटाइज मिल रहे ना मास्क
एक बार कोरोना के मामले कम क्या हुए, जिला प्रशासन की ओर से विभागों में सेनेटाइज और मास्क का वितरण बंद कर दिया है। बच्चों के पॉजिटिव आने के बाद सरकारी स्कूलों कें सुरक्षा के दावों की पोल खुल गई है। स्कूलों में सेनेटाइज की कोई व्यवस्था नहीं है। ना ही मास्क के बंदोवस्त है। स्थानीय स्कूल की शिक्षिकाओं की मानें तो वे खुद ही पैसे एकत्र कर मास्क और सेनेटाइज की व्यवस्था कर रही है।
सोशल मीडिया पर वायरल हुई रिपोर्ट
तीन दिन पहले बच्चे पॉजिटिव आने के मामले को शिक्षा अधिकारी हल्के में ले गए। शुक्रवार को रिपोर्ट सोशल मीडिया पर वायरल हो गई। इसके बाद अधिकारियों के पास फोन आने लगे। अधिकारियों ने मामले की पुष्टि की तो जानकारी लगी। इसके बाद अधिकारियों ने स्कूल की सुध ली।
सीएमएओ प्रथम नरोत्तम शर्मा ने बताया कि स्कूल में खांसी—जुखाम को देखते हुए हमने रेंडम सैपलिंग की थी। इसमें पांच बच्चे पॉजिटिव आए। इसकी सूचना जिला प्रशासन को जाती है।