
जयपुर। चेयरमैन डिस्कॉम्स एवं जयपुर विद्युत वितरण निगम की प्रबंध निदेशक सुश्री आरती डोगरा ने कहा कि उपभोक्ताओं को बेहतर सेवाएं प्रदान करना तथा उनकी समस्याओं का त्वरित निस्तारण निचले स्तर तक प्रत्येक निगम कार्मिक की जिम्मेदारी है। सेवाओं में किसी भी प्रकार की लापरवाही तथा निगम हितों के प्रतिकूल व्यवहार को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
सुश्री डोगरा गुरूवार को विद्युत भवन के कॉन्फ्रेंस हॉल में जयपुर विद्युत वितरण निगम के सभी वृत्त अधीक्षण अभियंताओं के साथ विभिन्न विषयों पर समीक्षा कर रही थीं। उन्होंने कहा कि बिजली आम उपभोक्ता की आवश्यकता से जुड़ी महत्वपूर्ण सेवा है। फील्ड में कार्यरत अधीक्षण अभियंता यह सुनिश्चित करें कि मीटर बदलने, कनेक्शन, बिजली आपूर्ति बहाल करने जैसे कार्यों के लिए उपभोक्ताओं को परेशान न होना पड़े।
डिस्कॉम्स चेयरमैन ने कहा कि कुसुम योजना किसानों को दिन में बिजली आपूर्ति करने तथा पीएम सूर्यघर निशुल्क बिजली योजना सौर ऊर्जा को बढ़ावा देने की दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण हैं। ऐसे में इन योजनाओं की निचले स्तर तक मॉनीटरिंग करें। उन्होंने अधीक्षण अभियंताओं को नियमित रूप से एक्सईएन तथा एईएन कार्यालयों, स्टोर, ग्रिड सब स्टेशनों तथा विद्युत फीडर्स का निरीक्षण करने के निर्देश दिए। इससे उन्हें विद्युत तंत्र में अपेक्षित सुधारों को लागू करने और कमियों को दूर करने का मौका मिलेगा।
सुश्री डोगरा ने इस दौरान सर्किल वार एटी एंड सी लॉसेज, रिकवरी, मेटेरियल की उपलब्धता, बकाया कनेक्शन, ट्रांसफॉर्मर बदलने, उपभोक्ताओं की शिकायतों के निराकरण, पीएम सूर्यघर निशुल्क बिजली योजना आदि की समीक्षा की। बैठक में निदेशक तकनीकी श्री एस एस नेहरा, सचिव (प्रशासन) श्री नरेश सिंह तंवर, जयपुर, जोन के संभागीय मुख्य अभियंता श्री आर के जीनवाल, भरतपुर जोन के संभागीय मुख्य अभियंता श्री उमेश गुप्ता, कोटा जोन के संभागीय मुख्य अभियंता श्री जी एस बैरवा, मुख्य लेखा नियंत्रक श्री एके जोशी, श्री योगेन्द्र राठौड़ सहित सभी सर्किलों के अधीक्षण अभियंता एवं अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।


