बांग्लादेश सरकार में मुख्य कार्यवाहक मोहम्मद यूनुस ने अब भारत के साथ रिश्ते सुधारने की बात की है। इससे पहले वह चीन, अमेरिका और पाकिस्तान से बेहतर संबंध बनाने की बात कर रहे थे।
ढाकाः बांग्लादेश में तख्तापलट के बाद अंतरिम सरकार के प्रमुख बने मोहम्मद यूनुस के सुर अब भारत के लिए बदलने लगे हैं। मोहम्मद यूनुस ने इस बात को मान लिया है कि भारत का उनके पास कोई और विकल्प नहीं है। यह भारत ही था, जिसने बांग्लादेश को आजादी दिलाने से लेकर उसे अब तक विकास की राह पर ले जाने के लिए अपना भर्सक प्रयास करता आ रहा। मगर बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के सत्ता से बेदखल होने के बाद भारत और बांग्लादेश के रिश्तों में तनाव आ गया है। हालांकि अंतरिम सरकार के प्रमुख मोहम्मद यूनुस के बोल बदलते दिख रहे हैं। उन्होंने अब भारत के साथ अपने रिश्तों को सुधारने की बात कही है।
मोहम्मद यूनुस ने बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री हसीना को निशाने पर लिया है। उन्होंने भारत-बांग्लादेश के बीच मौजूदा रिश्तों में तनाव आने के लिए हसीना को ही जिम्मेदार ठहराया है। यूनुस बार-बार यह कहते रहे हैं कि हसीना ने बांग्लादेश की अन्य राजनीतिक पार्टियों को भारत विरोधी के रूप में पेश किया। इससे भारत के मन में यह धारणा आ गई कि हसीना ही भारत के साथ बेहतर रिश्ते रख सकती हैं और उनका कोई विकल्प नहीं है। मगर अब यूनुस ने कहा है कि ऐसा नहीं है। यह हसीना द्वारा फैलाई गई गलत धारणा थी।
भारत से अच्छे संबंध रखने के अलावा कोई और रास्ता नहीं
एक साक्षात्कार में यूनुस ने कहा है कि बांग्लादेश के पास भारत से अच्छे संबंध रखने के अलावा कोई और रास्ता ही नहीं है। इसलिए वह भारत के साथ पहले जैसा संबंध रखना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि हमारी बहुत सी चीजें एक जैसी हैं। भारत के साथ हमारा लंंबा रिश्ता रहा है। इसलिए हमें भारत से आगे भी अच्छे रिश्ते रखना चाहिए। उन्होंने कहा कि भारत-बांग्लादेश सीमा पर अवैध रूप से लोगों के आने-जाने और जल बंटवारे के मुद्दे को सुलझाने के लिए हमारा देश भारत के साथ मिलकर और बैठकर बातचीत करेगा। हम इस मुद्दे को आपसी बातचीत से ही सुलझा लेंगे।
हसीना ने बांग्लादेश को किया बर्बाद
यूनुस ने कहा कि शेख हसीना ने बांग्लादेश को पूरी तरह से बर्बाद कर दिया। उन्होंने बांग्लादेश की संवैधानिक संस्थाओं से लेकर अर्थव्यवस्था तक को चौपट कर दिया। यूनुस ने यह आरोप तब लगाया है जब पूर्व पीएम शेख हसीना के रहते ही बांग्लादेश दक्षिण एशिया की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था के रूप में खुद को स्थापित किया। उन्होंने आरोप लगाया कि हसीना ने सबकुछ अपने और परिवार के फायदे के लिए किया।