अविकानगर . केंद्रीय भेड़ एवं ऊन अनुसंधान संस्थान अविकानगर मे आठ दिवसीय स्ववित्तपोषित 13वां राष्ट्रीय कौशल विकास प्रशिक्षण कार्यक्रम का दिनांक 11 सितम्बर को निदेशक डॉ अरुण कुमार की अध्यक्षता मे कांफ्रेंस हॉल मे समापन किया गया l इस आठ दिवसीय वैज्ञानिक भेड़ -बकरी एवं खरगोश पालन प्रशिक्षण कार्यक्रम मे देश के 9 राज्यों से इच्छुक किसानो ने भाग लेकर विस्तार से संस्थान के पशुओ के रख रेखाव एवं उत्पादन के बारे मे विस्तार से जाना l निदेशक डॉ अरुण कुमार ने सभी को अपने पशुपालन मे यहाँ से सीखे हुई बात पर ध्यान देकर अपनाने पर जोर दिया l तथा आपको इस छोटे पशुओ के पालन मे महारत आशिल कर लोगो के लिए अच्छे पशु तैयार करने है l अंत मे निदेशक द्वारा अविकानगर संस्थान की ओर से सभी तरह के सहयोग का आश्वासन दिया l सभी प्रशिक्षण मे भाग ले रहे लोगो ने अपने अपने सुझाव दिये एवं भविष्य के हिसाब से सुधार हेतु आवश्यकत लेक्चर्स का आयोजन करने का निवेदन किया l
उपरोक्त प्रशिक्षण मे भाग ले रहे तेलेगाना गवर्नमेंट के रिटायर्ड होर्टिकल्चर एवं सीरिकल्चर निदेशक एल. वेंकटराम रेड्डी ने भी वर्तमान समय मे भेड़पालन को सबसे मुनाफा का व्यवसाय बताया l एवम बताया कि इस पालन मे प्रति हैक्टर 10 लाख प्रति वर्ष मुनाफा देने की क्षमता है जो किसी भी क़ृषि ओर पशुपालन के व्यवसाय से ज्यादा है l एवं साउथ इंडिया मे तोह यह व्यवसाय पशुपालन इंडस्ट्री की ओर बढ़ रहा है l जो देश के लोगो की मांसाहारी डाइट को पुरा करेगा l समापन के अवसर पर सभी किसान भाइयो को प्रमाण पत्र का भी वितरण निदेशक मोहदय द्वारा किया गया l प्रशिक्षण के उद्धघाटन के अवसर पर विभाग अध्यक्ष डॉ रणधीर सिंह भट्ट, डॉ गणेश जी सोनावाने, डॉ सुरेश चंद शर्मा, अजय कुमार, डॉ लीला राम गुर्जर, डॉ सत्यवीर ड़ागी, डॉ अमरसिंह मीना , डॉ अरविन्द सोनी आदि ने भी अपने अनुभव से किसानो की सभी पहुंलुओं का जवाब दिया l अविकानगर के मीडिया प्रभारी डॉ अमरसिंह मीना ने कार्यक्रम की जानकारी दी l