जयपुर . इंटरनेशनल लिविंग डोनर लीवर ट्रांसप्लांटेशन ग्रुप (आईएलडीएलटीजी) द्वारा आयोजित छठी विश्व कांग्रेस 17 से 19 नवंबर के बीच जयपुर में होने जा रही है. इस दौरान यहां ‘लीवर ट्रांसप्लांट बियॉन्ड बॉर्डर्स’ विषय के तहत लिविंग डोनर के लीवर ट्रांसप्लांट और पूरी दुनिया में हुए इसके प्रभाव के बारे में जानकारी दी जाएगी.
इस कार्यक्रम में दुनिया भर के लगभग 30 देशों के 500 से ज्यादा डॉक्टरों के शामिल होने की संभावना है. लीवर ट्रांसप्लांट सोसाइटी ऑफ इंडिया (एलटीएसआई) की छठी वार्षिक बैठक और 9वीं सेंटर फॉर लीवर एंड बाइलरी साइंसेज (सीएलबीएस) संगोष्ठी भी इस साल आईएलडीएलटी ग्रुप वर्ल्ड कांग्रेस के साथ आयोजित की जाएगी. इन बैठकों में मौत के बाद लीवर डोनेट (डीसीडीडी समेत) बढ़ाने पर फोकस किया जाएगा.
आईएलडीएलटी ग्रुप कांग्रेस प्रेसिडेंट व मैक्स सुपर स्पेशलिटी अस्पताल साकेत में सेंटर फॉर लीवर एंड बिलियरी साइंसेज (सीएलबीएस) के चेयरमैन डॉक्टर सुभाष गुप्ता ने इस बारे में बताया, ”आईएलडीएलटीजी की स्थापना सहयोग और इनसाइट शेयरिंग के जरिए लिविंग डोनर लिवर ट्रांसप्लांटेशन (एलडीएलटी) के क्षेत्र में ज्ञान और रिसर्च के विकास को बढ़ावा देने के लिए की गई थी. इस साल की कांग्रेस में एलडीएलटी के कई महत्वपूर्ण पहलुओं पर फोकस किया जाएगा. इसमें मिनिमली इनवेसिव डोनर सर्जरी, गंभीर रूप से बीमार प्राप्तकर्ताओं में एलडीएलटी के लिए पेरी-ऑपरेटिव परिणामों को बढ़ाने की रणनीति और एलडीएलटी को पूरी दुनिया के लिए आसानी से उपलब्ध कराने के विषय पर विमर्श किया जाएगा.”
प्लांटेशन के क्षेत्र में दिग्गज सर्जन अपनी मौजूदगी से इस कार्यक्रम की शोभा बढ़ाएंगे. इन दिग्गजों की मौजूदगी से आपसी सहयोग के नए रास्ते खुलेंगे. यह कार्यक्रम नई साझेदारी और मिलकर काम के प्रयासों का एक बेहतर मंच बनेगा, जो एलडीएलटी के साइंस और प्रैक्टिस को आगे बढ़ाएगा.
आईएलडीटी ग्रुप के प्रेसिडेंट हिरोटो इगावा ने कहा, ”इंटरनेशनल लिविंग डोनर लिवर ट्रांसप्लांटेशन ग्रुप (आईएलडीएलटी ग्रुप) की तरफ से, मैं जयपुर में आईएलडीएलटी ग्रुप 2023 की छठी विश्व कांग्रेस में आपका स्वागत करता हूं. हमारा मानना है कि ये बैठक भारत में लिविंग डोनर लीवर ट्रांसप्लांटेशन की प्रगति में बहुत योगदान देगी. हमें विश्वास है कि इस मंच से काफी कुछ सीख मिलेगी जो भविष्य के लिए महत्वपूर्ण होगी और आपको इस शानदार कार्यक्रम में शामिल होने के लिए आमंत्रित करेगी.”
लिविंग डोनर लीवर ट्रांसप्लांटेशन ग्रुप (आईएलडीएलटी) की अंतर्राष्ट्रीय कांग्रेस के लिए छठे स्थान के रूप में भारत का चयन एलडीएलटी में वैश्विक विकास को बढ़ावा देने और समृद्ध करने के हमारे मिशन में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है. डॉक्टर डाइटर ब्रोरिंग ने कहा, ‘हम इस कार्यक्रम में वक्ताओं और अध्यक्षों के रूप में विश्व प्रसिद्ध विशेषज्ञों को इकट्ठा करने के लिए उत्साहित हैं, और हम उम्मीद करते हैं कि ज्ञान और अनुभवों का आदान-प्रदान भारत में लिविंग डोनर लीवर ट्रांसप्लांटेशन के क्षेत्र को और आगे बढ़ाएगा.”
इस कांग्रेस में दुनियाभर से पहुंचे प्रतिनिधियों का स्वागत करते हुए मेदांता मेडिसिटी के इंस्टिट्यूट ऑफ लीवर ट्रांसप्लांट एंड रीजेनरेटिव मेडिसिन के चेयरमैन प्रोफेसर अरविंदर सिंह सोइन और रेला हॉस्पिटल, चेन्नई के चेयरमैन व डायरेक्टर प्रोफेसर मोहम्मद रेला ने कहा, ”आयोजन समिति की ओर से, हम सम्मेलन के सभी प्रतिभागियों का हार्दिक स्वागत करते हैं. हम एक सहयोगी और प्रेरणादायक कार्यक्रम के लिए तत्पर हैं. हमें गर्व है कि भारत में पहली बार लीवर ट्रांसप्लांटेशन पर विश्व स्तरीय बैठक हो रही है. यह सम्मेलन एनेस्थेसियोलॉजिस्ट, हेपेटोलॉजिस्ट, इंटेंसिविस्ट, ट्रांसप्लांट सर्जन, रेडियोलॉजिस्ट, पैथोलॉजिस्ट, नर्स और ट्रांसप्लांट कॉर्डिनेटर समेत अन्य हेल्थ केयर प्रोफेशनल्स की एक विविध श्रृंखला को पूरा करने के लिए डिज़ाइन किया गया है. इस सम्मेलन में महत्वपूर्ण सत्र होंगे. तीन दिवसीय यह सम्मेलन सभी के लिए काफी रुचिपूर्ण रहना वाला है.
आयोजन कमेटी के सचिव डॉक्टर जगदीश कृष्णमूर्ति और डॉक्टर मुकेश कुमार ने कहा कि हम जयपुर में आप सभी का स्वागत करने के लिए तत्पर हैं. ‘लीवर ट्रांसप्लांट बियॉन्ड बॉर्डर्स’ विषय पर आयोजित होने जा रहा ये कार्यक्रम लीवर ट्रांसप्लांटेशन और ऑर्गन डोनेशन के क्षेत्र में हो रहे लेटेस्ट इनोवेशन व सर्जिकल तकनीकों को पूरे देश के साथ ही उन देशों को शेयर करने के बारे में है जो अभी लीवर ट्रांसप्लांटेशन कार्यक्रम शुरू कर रहे हैं. इससे मेडिकल टूरिज्म को बढ़ावा देने में भी मदद मिलेगी.