Priyanka Gandhi Rajasthan Visit : पूर्वी राजस्थान से ‘हुंकार’ भरेंगी प्रियंका गांधी, दौसा के सिकराय में सभा- एक लाख लोगों को जुटाने का दावा, एआईसीसी से पीसीसी को मिले दिशा-निर्देश, टिकट दावेदारों को अनुशासन में रहने की हिदायत
जयपुर। कांग्रेस पार्टी की स्टार प्रचारक और महासचिव प्रियंका गांधी कल राजस्थान के दौसा में होंगी। वे यहां सिकराय के कांदौली में एक जनसभा के ज़रिए पूर्वी राजस्थान में चुनावी बिगुल बजायेंगी। मौक़ा होगा ईआरसीपी जनजागरण अभियान के समापन का, जिसका राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे की मौजूदगी में बारां से आगाज़ किया गया था। इस मौके पर सीएम अशोक गहलोत, प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा और पीसीसी चीफ गोविन्द सिंह डोटासरा सहित कई नेता शामिल होंगे।
व्यक्तिगत नारेबाजी पर रहेगी नज़र
प्रियंका का दौरा ऐसे समय पर हो रहा है जब कांग्रेस प्रत्याशियों की सूची का बेसब्री से इंतज़ार किया जा रहा है। ऐसे में प्रियंका की सभा में टिकट दावेदार कोई व्यक्तिगत नारेबाजी ना करें इसपर विशेष निगरानी रखे जाने की बात सामने आई है।
सूत्रों के अनुसार कांग्रेस आलाकमान से पीसीसी को निर्देश मिले हैं कि प्रियंका की सभा में सिर्फ और सिर्फ कांग्रेस पार्टी या प्रियंका गांधी ‘ज़िंदाबाद’ के ही नारे लगें। कोई समर्थक किसी दावेदार के पक्ष में या विरोध में व्यक्तिगत नारेबाजी ना करे। इन्हीं निर्देशों को देखते हुए अब पीसीसी ने भी स्थानीय जिला प्रभारियों और पदाधिकारियों को प्रियंका की सभा में अनुशासन बिगाड़ने वाले नेताओं पर नजर रखने को कहा गया है।
कई मायनों में महत्वपूर्ण है दौरा
प्रदेश में चुनावी हलचलों के बीच प्रियंका गांधी का दौसा में सिकराय दौरा बेहद महत्वपूर्ण है। दरअसल, उनकी इस बार की सभा ईआरसीपी के ऐसे मुद्दे पर फोकस करके हो रही है, जो प्रदेश के लगभग 13 ज़िलों की प्यास को लेकर जीवनदायनी है और पूर्वी राजस्थान के लिए एक बड़ा चुनावी मुद्दा भी है। गौरतलब है कि ईआरसीपी परियोजना को राष्ट्रीय दर्जा दिए जाने की मांग पूरी नहीं होने के कारण कांग्रेस इस मुद्दे पर केंद्र सरकार पर लगातार हमलावर बनी हुई है।
वहीं कांग्रेस प्रत्याशियों की पहली सूची के इंतज़ार के बीच भी प्रियंका के दौरे के कई मायने निकाले जा रहे हैं। संभावना है कि प्रियंका यहां चुनाव जीतने को लेकर नेताओं-कार्यकर्ताओं को एकजुटता का पाठ पढ़ा सकती हैं। वहीं अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित सिकराय विधानसभा क्षेत्र में सभा होना के भी कई मायने निकाले जा रहे हैं। क्षेत्र से स्थानीय विधायक व मंत्री ममता भूपेश महिला हैं, ऐसे में पूर्वी राजस्थान की इस सभा में अनुसूचित जाति और महिलाओं को विशेष महत्व देने की बात सामने आई है।
एक लाख लोगों को जुटाने का दावा
प्रियंका गांधी की सभा में एक लाख से अधिक लोगों के पहुंचने का दावा किया जा रहा है। वहीं सभा में महिलाओं की ज़्यादा से ज़्यादा संख्या में मौजूदगी पर फोकस हो रहा है। सभा स्थल के नज़दीक होने के चलते दौसा, सवाई माधोपुर ,करौली और अलवर जिले के अधिकांश विधानसभा क्षेत्र के लोगों को ज़्यादा से ज़्यादा संख्या में एकजुट करने जा रहा है।
सभा का ‘भारत जोड़ो’ कनेक्शन
1 वर्ष के भीतर दूसरी बार गांधी परिवार का चेहरा कांग्रेस में उत्साह का संचार करने दौसा जिले की धरती पर आ रहा है। पिछले साल दिसम्बर में राहुल गांधी भारत जोड़ो यात्रा में दौसा जिले में आए और अब 10 माह बाद प्रियंका गांधी ईआरसीपी के मुद्दे को लेकर सभा करेंगी। रोचक यह है कि प्रियंका की सभा सिकराय विधानसभा क्षेत्र में उसी जगह हो रही है, जहां भारत जोड़ो यात्रा का ठहराव हुआ था। जिस तरह का जनसमूह यात्रा के समय उमड़ा था, वैसी ही भीड़ अब जुटाने में कांग्रेस लगी हुई है।
चाक-चौबंद व्यवस्थाएं
सभा स्थल पर लगाए गए पंडाल की लंबाई अधिक होने के चलते मंच आसानी से दिख सके, इसके लिए जगह-जगह एलईडी स्क्रीन लगाई गई हैं। मंच के सामने बनाए गए डोम में लोगों को बैठने के लिए कुर्सी की व्यवस्था की गई है, जबकि मंच के दोनों तरफ महिलाओं सहित अन्य के लिए अलग-अलग ब्लॉक बनाए गए हैं। सभा स्थल के दोनों ओर प्रवेश द्वार बनाए गए हैं जिसमें एक दरवाजे पर होकर वीआईपी व एक दरवाजे पर होकर कार्यकर्ताओं के प्रवेश की व्यवस्था की गई है।
अलर्ट मोड पर पुलिस-प्रशासन
सभा स्थल के समीप दो हेलीपैड बनाए गए हैं। पुलिस और प्रशासन भी व्यवस्थाओं व सुरक्षा के लिए अलर्ट मोड पर हैं।
”भाजपा झूठ का सहारा और हम सच्चाई का काम करेंगे। जलशक्ति मंत्री राजस्थान के होते हुए भी ईआरसीपी को राष्ट्रीय परियोजना का दर्जा दिलाकर राजस्थान के हित के लिए कार्य नहीं कर सके, इससे बड़ी बात क्या होगी?”
– सुखजिंदर सिंह रंधावा, प्रदेश प्रभारी, कांग्रेस