जयपुर। राजस्थान में इस साल अभी तक सामान्य से 40 फीसदी ज्यादा बारिश हो चुकी है। ऐसे में राहत भरी खबर यह भी है कि राजस्थान के दो सबसे बड़े जवाई बांध और बीसलपुर में करीब 1 साल का पानी आ चुका है। मानसून की शुरुआत से पहले पाली सहित आसपास के एरिया में लगभग सूखे जैसी स्थिति हो गई थी।
जवाई बांध जो कि पाली जिले की लाइफ लाइन है वह अप्रैल में सूख गया था। करीब तीन महीने तक पानी की एक-एक बूंद के लिए पाली जिले के लोगों को तरसना पड़ा था। हालात यह हो गए थे कि वॉटर ट्रेन शुरू करनी पड़ी। वहीं, इस दौरान राजस्थान के एक और सबसे बड़े बांध बीसलपुर में भी वाटर लेवल लगातार घट रहा था।
हालांकि, अब दोनों बड़े बांधों में पानी आने से तीन जिलों (जयपुर, पाली, अजमेर) के एक करोड़ लोगों को अगले करीब 12 महीने तक पीने के पानी की समस्या नहीं होगी।
अब तक 40 फीसदी ज्यादा बरसात
राजस्थान में इस साल मानसून में अब तक सामान्य से 40 फीसदी ज्यादा बरसात हो चुकी है। राज्य में 10 अगस्त तक अमूमन 273MM औसत बरसात होती है, लेकिन अब तक 381MM बरसात हो चुकी है। भरतपुर, करौली, सवाई माधोपुर और सिरोही को छोड़ दें तो 33 में से 29 जिलों में सामान्य से अधिक बारिश हुई है।
554 गांव और 9 शहर को राहत
जवाई बांध से 554 गांव समेत 9 शहार पाली, फालना, बाली, रानी, सुमेरपुर, मारवाड़ जंक्शन, जैतारण, सोजत और सिरोही जिले के शिवगंज में सप्लाई हो रहा है। पिछले साल 9 अक्टूबर 2021 को जब मानसून विदा हुआ था उस दौरान जवाई बांध में 33.11 एमक्यूएम पानी था। इस साल 15 अप्रैल तक बांध सूख चुका था और वहां से पाली के लिए पानी की सप्लाई बंद हो गई थी।
सूखे हेमावास बांध में भी आया पानी
पाली के हेमावास बांध जो पिछले साल मानसून खत्म होने के बाद भी सूखा पड़ा था। इसमें भी अब तक 4.84 एमक्यूएम पानी आ गया है। इसके अलावा खारड़ा बांध जो पिछले साल पूरे मानसून सीजन में महज 10 फीसदी ही भरा था, वह इस साल मानसून के दो महीने में 19.36 फीसदी भर गया है।
इन दोनों बांधों से भी पाली को जरूरत पड़ने पर पानी की सप्लाई की जाती है। पीएचईडी और जल संसाधन विभाग के अधिकारियों की माने तो पूरे पाली जिले में एक साल के अंदर 2200 से 2300 मिलियन एकड़ फीट (एमएफए) पानी की जरूरत होती है और इस बार जवाई बांध में ही अब तक 1750 एमएफए पानी आ चुका है और ये लगातार बढ़ रहा है।
बीसलपुर बांध का गेज एक महीने में बढ़ा 1.81 मीटर
जयपुर, अजमेर की पूरी आबादी के अलावा टोंक के कुछ हिस्से की आबादी पीने के पानी के लिए बीसलपुर बांध पर निर्भर है। इस बांध से वर्तमान में गेज 312.60 आरएल मीटर है और बांध में 357.29 मिलियन क्यूबिक मीटर (एमक्यूएम) पानी है।
पिछले एक महीने के अंदर बांध में 169.56 एमक्यूएम पानी आया है। वहीं, पिछले साल पूरे 4 महीने के सीजन में बांध में 252.20 एमक्यूएम पानी की आवक हुई थी और मानसून विदाई तक 9 अक्टूबर 2021 तक बांध का गेज 312.28 आरएल मीटर पर पहुंच गया था।
प्रदेश के बांधों की स्थिति
वर्तमान में राजस्थान में 716 छोटे-बड़े बांध है, जिसमें से 97 बांध फुल हो चुके हैं, जबकि 375 बांध ऐसे है, जिनमें पानी है, लेकिन पूरी तरह भरे नहीं हैं। वहीं, 244 ऐसे बांध हैं जो कि अब तक सूखे हैं। इस साल मानसून के शुरू होने से पहले पूरे प्रदेश में केवल 2 ही ऐसे बांध थे, जो फुल थे।