बदलती परिस्थिति मे शिक्षक की भूमिका
बीकानेर@जागरूक जनता। रविवार को आदर्श विद्या मंदिर उ. मा. गंगाशहर में बीकानेर जिले के आचार्य सम्मेलन का उदघाटन सत्र हुआ | सत्र का प्रारंभ मां सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्जवलन के साथ हुआ उदघाटन सत्र में वर्गाधिकारी हनुमान बिश्नोई (सेवानिवृत्त क्षेत्रीय , वन अधिकारी ) जिला सहमंत्री अमोलकराम ज्याणी , बालोतरा जिला सचिव भगवत दान ,बीकानेर जिला सचिव बुद्धाराम गरवा एवं स्थानीय प्रबंध समिति के व्यवस्थापक रतनलाल छल्लानी उपस्थित रहे।
जिले के इस आचार्य सम्मेलन में विद्या भारती बीकानेर जिले के 22 विद्यालयों के 226 आचार्य आचार्या 3 दिन तक आवसीय प्रशिक्षण में भाग लेकर विभिन्न प्रशिक्षण सत्रों में अपने कौशल में वृद्धि का अभ्यास करेंगे।
भगवत दान जी ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 पर प्रकाश डालते हुए बताया की बदली हुई परिस्थितियों में शिक्षक की भूमिका महत्वपूर्ण हो गई है जिसमें शिक्षक को छात्र केंद्रित शिक्षा व लर्निंग आउटकम को ध्यान में रखते हुए बालक के सर्वांगीण विकास हेतु कार्य करना चाहिए।शिक्षक को अपनी स्किल व ऐटिट्यूड मे वर्तमान समय की आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए परिवर्तन करना चाहिए।
उन्होंने कहा शिक्षक का दायित्व है कि समय के साथ शैक्षिक तकनीकी में बदलाव करना चाहिए जिससे छात्रों का सर्वांगीण विकास संभव है। छात्रों में भी समय की चुनौतियों का सामना करने व समस्या समाधान हेतु जीवन कौशल की विभिन्न तकनीकों के बारे में बताना चाहिए। शिक्षक को शिक्षा के साथ-साथ भारतीय ज्ञान परंपरा को जोड़ते हुए भारत को पुनः विश्व गुरु बनाने का कार्य करना चाहिए।