नई दिल्ली। जापान के सबसे लंबे समय तक प्रधानमंत्री रहे शिंजो आबे नहीं रहे। किसी ने गोली मारकर उनकी हत्या कर दी। घटना तब की है, जब वे चुनाव प्रचार कर रहे थे। आबे का भारत के साथ बेहद दोस्ताना रिश्ता रहा। वे प्रधानमंत्री रहते चार बार और कुल पांच बार भारत आए थे। पहली बार 2006 में, जब वे जापान के चीफ कैबिनेट सेक्रेटरी हुआ करते थे। प्रधानमंत्री बनने के बाद 2007 में भारत आए। इसके बाद वे 2012 से 2020 तक दूसरी बार प्रधानमंत्री रहे। इस दौरान तीन बार भारत आए।
वे पहले जापानी प्रधानमंत्री हैं, जिन्होंने भारत के इतने दौरे किए। भारत सरकार ने उन्हें पद्म विभूषण से नवाजा था। आबे गणतंत्र दिवस की परेड में बतौर चीफ गेस्ट शामिल होने वाले पहले जापानी प्रधानमंत्री थे। 2018 में उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी को अपने हॉलिडे होम में इनवाइट किया था। आबे के निजी बंगले पर जाने वाले मोदी पहले विदेशी नेता थे।
पीएम मोदी- भारत में मनाया जाएगा एक दिन का राष्ट्रीय शोक
शिंजो आबे के निधन पर भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी दुख जताया है। उन्होंने अपने ट्वीटर अकाउंटर पर शोक व्यक्त करते हुए लिखा कि, शिंजो आबे के निधन से दुखी हूं, शिंजो आबे मेरे करीबी दोस्तों में से एक थे। शिंजो आबे के निधन पर भारत में 9 जुलाई को एक दिन का राष्ट्रीय शोक मनाया जाएगा।
शिंजो आबे के हत्यारे का बयान आया सामने
जापान के पूर्व पीएम शिंजो आबे पर हमला करने वाले हत्यारे तेत्सुया यमगमी का बयान भी सामने आया है। जापान की पुलिस के मुताबिक, हमलावर ने बताया कि वह शिंजो आबे की जान लेना के इरादे से ही आया था। शुरुआती पूछताछ में उसने ये बातया है कि, वह कई बातों को लेकर शिंजो से संतुष्ट नहीं था।
जापन के पीएम फुमिओ किशिदा हुए भावुक
शिंजो आबे के निधन के बाद से ही पूरे जापान में गम का माहौल है। प्रधानमंत्री फुमिओ किशिदा भी इस हमले से स्तब्ध हैं। शिंजो आबे पर हुए हमले पर बोलते हुए वे काफी भावुक हो गए। हालांकि उन्होंने कड़े शब्दों में कहा कि, हमलावर को बख्शा नहीं जाएगा।