- उदयपुर के मालदास गली इलाके में मंगलवार शाम दिनदहाड़े दो युवकों द्वारा भाजपा की निलंबित नेता नूपुर शर्मा का समर्थन करने वाले व्यक्ति की सिर कलम कर हत्या किए जाने के बाद इलाके में भारी तनाव का माहौल है। हालात पर काबू पाने के लिए उदयपुर जिले में 24 घंटे के लिए इंटरनेट बंद करने के साथ ही पुलिस बल मौके पर तैनात कर दिया गया है। घटना पर रोष जताते हुए स्थानीय लोग अपनी दुकानें बंद कर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।
उदयपुर। उदयपुर के मालदास गली इलाके में मंगलवार शाम दिनदहाड़े दो युवकों द्वारा भाजपा की निलंबित नेता नूपुर शर्मा का समर्थन करने वाले व्यक्ति की सिर कलम कर हत्या किए जाने के बाद इलाके में भारी तनाव का माहौल है। हालात पर काबू पाने के लिए उदयपुर जिले में 24 घंटे के लिए इंटरनेट बंद करने के साथ ही पुलिस बल मौके पर तैनात कर दिया गया है। घटना पर रोष जताते हुए स्थानीय लोग अपनी दुकानें बंद कर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने उदयपुर में हुए इस जघन्य हत्याकांड पर कहा कि यह बहुत ही दुखद घटना है। यह कोई छोटी घटना नहीं है, जो हुआ वह किसी की कल्पना से परे है। दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।
अशोक गहलोत ने दो ट्वीट कर कहा, ”उदयपुर में युवक की जघन्य हत्या की भर्त्सना करता हूं। इस घटना में शामिल सभी अपराधियों कठोर कार्रवाई की जाएगी एवं पुलिस अपराध की पूरी तह तक जाएगी। मैं सभी पक्षों से शान्ति बनाए रखने की अपील करता हूं। ऐसे जघन्य अपराध में लिप्त हर व्यक्ति को कड़ी से कड़ी सजा दिलाई जाएगी।”
”मैं सभी से अपील करता हूं कि इस घटना का वीडियो शेयर कर माहौल खराब करने का प्रयास ना करें। वीडियो शेयर करने से अपराधी का समाज में घृणा फैलाने का उद्देश्य सफल होगा।”
शहर में युवक का सिर कलम करने पर कलेक्टर उदयपुर ने कहा कि मैं सभी से शांति और कानून व्यवस्था बनाए रखने की अपील करता हूं। प्रभावित परिवार को सरकार की ओर से मदद मुहैया कराई जाएगी। आरोपियों पर होगी कड़ी कार्रवाई।
वहीं, विपक्ष के नेता गुलाब चंद कटारिया ने उदयपुर हत्याकांड पर बोलते हुए कहा कि हमने सीएम से बात की है। इसमें शामिल लोगों को गिरफ्तार किया जाए और पीड़ित परिवार को सहायता दी जाए। यह घटना एक व्यक्ति के कारण संभव नहीं है, यह किसी संगठन के कारण हो सकता है। यह भयावह और प्रशासन की विफलता है।
गौरतलब है कि, भाजपा की निलंबित प्रवक्ता नूपुर शर्मा द्वारा बीते दिनों टीवी चैनल पर पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ कथित विवादास्पद टिप्पणी को लेकर देशभर में विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए थे, इसके साथ ही कुछ जगहों पर हिंसा भड़क गई थी। इसके साथ ही कुछ मुस्लिम संगठनों द्वारा उन्हें गिरफ्तार करने की मांग करने के साथ ही उन्हें धमकियां दी गई थीं।