भगवान रामलला के प्राण प्रतिष्ठा को लेकर सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं. पूरी नगरी को त्रेता की तरह सजा दिया गया है. प्रभु राम का भव्य मंदिर बनकर तैयार हो गया है. 22 जनवरी को प्रभु राम अपने भव्य महल में विराजमान होंगे. लेकिन प्रभु राम के विराजमान होने को लेकर उनका जो 500 वर्ष का लंबा संघर्ष रहा है.
अयोध्या: भगवान रामलला के प्राण प्रतिष्ठा को लेकर सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं. पूरी नगरी को त्रेता की तरह सजा दिया गया है. प्रभु राम का भव्य मंदिर बनकर तैयार हो गया है. 22 जनवरी को प्रभु राम अपने भव्य महल में विराजमान होंगे. लेकिन प्रभु राम के विराजमान होने को लेकर उनका जो 500 वर्ष का लंबा संघर्ष रहा है. वह संघर्ष मात्र 84 सेकंड में ही समाप्त होगा. तो चलिए आज हम आपको इस रिपोर्ट में बताते हैं कि कैसे 32 सेकंड में रामलला का भूमि पूजन हुआ और 84 सेकंड में रामलला का 500 वर्ष का लंबा संघर्ष समाप्त होगा.
आपको बताते चलें की मात्र 84 सेकंड का एक ऐसा मंत्र जो भगवान रामलला के 500 वर्षों के इंतजार को खत्म कर देगा. यह कोई मामूली मंत्र नहीं, यह भगवान के भव्य मंदिर में विराजमान करने वाला मंत्र है. जिसका संयोग 500 वर्षों बाद मिला है. खुद भगवान का वनवास 500 वर्षों तक चला. हालांकि संघर्ष की यह कहानी बड़ी लंबी है. लेकिन काशी के विद्वानों के द्वारा पढ़ा जाने वाला यह मंत्र मात्र 84 सेकंड का होगा और इसी मंत्र के बाद भगवान रामलला अपने भव्य मंदिर में स्थापित होंगे. भगवान के प्राण प्रतिष्ठा को लेकर दिव्यता और भव्यता नजर आने लगी है. 500 वर्षों के संघर्ष को लेकर राम भक्त उत्साहित भी हैं. उनका सपना साकार होने वाला है.
धार्मिक अनुष्ठान का दौर शुरू
भगवान राम लला के जन्मस्थली पर बने मंदिर में विराजमान होने के लिए 121 प्रकांड विद्वान धार्मिक अनुष्ठान कर रहे हैं. जिसमें रामलला की अचल मूर्ति को स्थापित करने को लेकर धार्मिक अनुष्ठान का दौर शुरू हो गया है. लेकिन काशी के विद्वानों के द्वारा कराए जाने वाली प्राण प्रतिष्ठा पूजन में मात्र 84 सेकंड का एक ऐसा मंत्र है, जिसके बाद भगवान रामलला स्थापित हो जाएंगे.
आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत भी होंगे
भगवान राम के स्थापित होने के पश्चात मुख्यमंत्री और राज्यपाल की मौजूदगी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भगवान की आंख की पट्टी खोलेंगे और उन्हें आईना दिखाएंगे. जिसके साक्षी आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत भी होंगे. इतना ही नहीं आपको बताते चलें राम मंदिर में जब भूमि पूजन हुआ था तो उस समय मात्र 32 सेकंड का शुभ मुहूर्त था और 32 सेकंड के शुभ मुहूर्त के मंत्र में रामलला के मंदिर का भूमि पूजन हुआ था. तो वहीं अब मात्र 84 सेकंड के मंत्र में रामलला का 500 वर्ष का लंबा संघर्ष पर विराम लगेगा.
84 सेकंड का शुभ मुहूर्त मिला है
राम मंदिर में भूमि पूजन और प्राण प्रतिष्ठा का शुभ मुहूर्त निकालने वाले काशी के प्रसिद्ध ज्योतिषाचार्य गणेश्वर द्रविड़ शास्त्री बताते हैं कि 22 जनवरी 2024 को मेष लग्न में वृश्चिक नवश में अभिजीत मुहूर्त में भगवान राम भगवान राम प्रतिष्ठित होंगे और यह ‘प्रतिष्ठा परमेश्वर नमः’ मुहूर्त 12:30 बजे के आसपास आएगा. इतना ही नहीं शिलान्यास के समय 32 सेकंड का शुभ मुहूर्त मिला था और प्राण प्रतिष्ठा के समय 84 सेकंड का शुभ मुहूर्त मिला है.