देश 72वां रिपब्लिक डे मना रहा है। राजपथ पर रिपब्लिक डे परेड हुई। इसमें राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी शामिल हुए। दो बातें खास रहीं। पहली- बांग्लादेश की टुकड़ी ने पहली बार गणतंत्र दिवस समारोह में हिस्सा लिया।
नई दिल्ली। देश 72वां रिपब्लिक डे मना रहा है। राजपथ पर रिपब्लिक डे परेड हुई। इसमें राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी शामिल हुए। दो बातें खास रहीं। पहली- बांग्लादेश की टुकड़ी ने पहली बार गणतंत्र दिवस समारोह में हिस्सा लिया। दूसरी- भारतीय वायुसेना का राफेल फाइटर जेट भी पहली बार इस परेड का हिस्सा बना। हालांकि, कोरोना के चलते इस बार परेड की सूरत बदली-बदली नजर आई। 55 साल में पहली बार ऐसा हुआ जब रिपब्लिक डे परेड में कोई चीफ गेस्ट शामिल नहीं हुआ। इससे पहले भारत में 1952, 1953 और 1966 में भी गणतंत्र दिवस परेड में कोई चीफ गेस्ट शामिल नहीं हुआ था।
झलकियां
भारतीय वायुसेना का दम: रिपब्लिक डे परेड में वायसेना ने त्रिनेत्र फॉर्मेशन बनाया। इसे त्रिशूल फॉर्मेशन भी कहा जाता है। इसमें एक राफेल जेट फाइटर भी शामिल हुआ। राफेल की पहली खेप पिछले साल ही इंडियन एयरफोर्स को मिली है।
72वें गणतंत्र दिवस की परेड पर एक मुख्य आकर्षण बांग्लादेश की सैन्य टुकड़ी रही। इसका नेतृत्व लेफ्टिनेंट कर्नल अब मोहम्मद शमूर शाबान ने किया। बांग्लादेश की किसी सैन्य टुकड़ी ने पहली बार हमारे गणतंत्र दिवस समारोह में हिस्सा लिया है। इस टुकड़ी में कुल 122 जवान शामिल हैं।
- केंद्र शासित प्रदेश (UT) का दर्जा प्राप्त होने के बाद लद्दाख की पहली झांकी रिपब्लिक डे परेड में शामिल हुई। इसमें राज्य की संस्कृति और विरासत को दिखाया गया था।
- 72वें गणतंत्र दिवस की परेड पर एक मुख्य आकर्षण बांग्लादेश की सैन्य टुकड़ी रही। इसका नेतृत्व लेफ्टिनेंट कर्नल अब मोहम्मद शमूर शाबान ने किया। बांग्लादेश की किसी सैन्य टुकड़ी ने पहली बार हमारे गणतंत्र दिवस समारोह में हिस्सा लिया है। इस टुकड़ी में कुल 122 जवान शामिल हैं।
- राजपथ पर गणतंत्र दिवस परेड में शामिल भारतीय सेना का टैंक टी-90। इसे सेना में भीष्म के नाम से जाना जाता है।
- इस बार परेड का नेतृत्व लेफ्टिनेंट जनरल विजय कुमार मिश्रा कर रहे हैं। वे ही परेड कमांडर हैं।
- जामनगर की स्पेशल पगड़ी में मोदी: प्रधानमंत्री मोदी इंडिया गेट के नेशनल वॉर मेमोरियल पहुंचे। यहां उन्होंने सेरेमोनियल बुक पर हस्ताक्षर किए। इस दौरान उन्होंने जामनगर गुजरात की रॉयल फैमिली द्वारा उपहार में दी गई स्पेशल पगड़ी पहनी हुई थी।
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशवासियों को गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएं दीं।
लद्दाख की संस्कृति की झलक
पहली बार गणतंत्र दिवस की परेड में लद्दाख की झांकी का प्रदर्शन किया गया। इस झांकी के जरिए लद्दाख की संस्कृति की झलक भी देखी गई । ये पहली बार होगा कि लद्दाख की झांकी राजपथ पर दिखेंगे तो दूसरे राज्यों की झांकियों में आपको सास्कृतिक विरासत का दीदार हुआ।
मोढेरा के सूर्य मंदिर की झलक
इस वर्ष परेड में पहली बार गुजरात की झांकी में मोढेरा के सूर्य मंदिर की झलक भी देखने को मिलेगी। ये मंदिर मेहसाणा जिले का प्राचीन मंदिर है, जिसे 1026 में चालुक्य राजवंश के राजा भीम ने बनवाया था।
पल्लव राजवंश के प्रसिद्ध मंदिर
गणतंत्र दिवस के मौके पर दक्षिण राज्य तमिलनाडु की झांकी में देश और दुनिया पहली बार पल्लव राजवंश के प्रसिद्ध समुद्रतटीय मंदिरों का दीदार कर रही है।
केदारधाम के दर्शन
राजपथ पर शक्ति के साथ-साथ भक्ति का भी प्रदर्शन होगा। उत्तराखंड यानी देवभूमि की झांकी में केदारखंड को दर्शाया जाएगा, जिसमें केदरानाथ धाम के दर्शन राजपथ पर लोगों कर सकेंगे।