CBI NIA Seeks Enhanced Interpol Cooperation : भारत ने विभिन्न देशों में रहने वाले 184 अपराधियों का पता लगाकर इंटरपोल और संबंधित देशों की कानून प्रवर्तन एजेंसियों की मदद से उनकी वापसी की औपचारिक कार्रवाई शुरू कर दी है।
CBI NIA Seeks Enhanced Interpol Cooperation : भारत ने विभिन्न देशों में रहने वाले 184 अपराधियों का पता लगाकर इंटरपोल और संबंधित देशों की कानून प्रवर्तन एजेंसियों की मदद से उनकी वापसी की औपचारिक कार्रवाई शुरू कर दी है। वियना में इंटरपोल की 91वीं आमसभा में सीबीआइ निदेशक प्रवीण सूद ने बताया कि 2023 में भारतीय कानून प्रवर्तन एजेंसियों की ओर से 24 भगोड़ों को इंटरपोल चैनलों के माध्यम से भारत लौटाया गया। इसके अलावा भारत 184 से अधिक अपराधियों का देश में वापस लाने का प्रयास कर रहा है। यह अपराध और अपराधियों से निपटने के लिए इंटरपोल चैनलों के बढ़ते लाभ और अंतरराष्ट्रीय कानून प्रवर्तन एजेंसियों के साथ संबंधों को दर्शाता है।
एनआईए प्रमुख दिनकर गुप्ता ने कहा कि अपराधियों को कहीं भी सुरक्षित आश्रय नहीं मिलना चाहिए। आमसभा में सूद ने कहा कि अपराधियों का जियोलोकेशन पता करने के लिए तकनीकी डेटा, फोन लोकेशन, आपराधिक गतिविधि और ह्यूमन इंटेलिजेंस का इस्तेमाल करती हैं। इंटरपोल डेटा से पता चलता है कि वर्तमान में भारत में 277 लोग वांटेड हैं, जिनके खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस लंबित हैं।
खालिस्तानी गतिविधियों का मुद्दा भी उठा
इंटरपोल की आमसभा में सूद और गुप्ता ने अमरीका, ब्रिटेन और ऑस्ट्रेलिया सहित कुछ देशों के साथ वार्ता में खालिस्तानी गतिविधियों का मुद्दा उठाया है। इस दौरान कानूनी सहायता और प्रत्यर्पण में तेजी, संगठित अपराध, आतंकवाद, मादक पदार्थों की तस्करी, मनी लॉन्ड्रिंग, ऑनलाइन कट्टरपंथ, साइबर अपराध, इंटरपोल चैनलों के माध्यम से आपराधिक जानकारी को बेहतर ढंग से साझा करने पर सहयोग के लिए भारतीय प्रतिनिधिमंडल ने 14 देशों के साथ द्विपक्षीय बैठकें कीं।