मानवी ने पुराने अखबारों से स्टिक बनाकर उन्हें जोड़कर 6.30 फीट लंबी पेपर डॉल बनाई
जयपुर। कहते हैं प्रतिभा के दम पर कामयाबी की उंचाइयों को छूआ जा सकता है। प्रतिभा किसी की मोहताज नहीं होती है। बस कुछ कर गुजरने का जज्बा होना चाहिए।
छोटी सी उम्र में ही मानवी गौतम ने अपनी प्रतिभा साबित कर दी है। मानवी का नाम ‘टॉलेस्ट पेपर डॉल मेड बाय किडÓ के लिए इंडिया बुक ऑफ रेकॉड्र्स में दर्ज किया गया है। निजी विद्यालय की कक्षा 4 की छात्रा मानवी ने पुराने अखबारों से स्टिक बनाकर उन्हें जोड़कर 6.30 फीट लंबी पेपर डॉल बनाई हैं। इसमें करीब 1400 अखबार का उपयोग हुआ है।
9 वर्षीय मानवी पुत्री डॉ. मनस्वी गौतम ना केवल पढ़ाई बल्कि विद्यालय की अन्य गतिविधियों में भी पुरस्कार हासिल कर चुकी हैं। पेपर डॉल के जरिए मानवी ने क्रियाशीलता का परिचय तो दिया ही है। साथ ही यह संदेश भी दिया है कि हम अपने संसाधनों का सही इस्तेमाल कर उनका पुन:उपयोग कर पर्यावरण की रक्षा कर सकते हैं।