नाबालिग के साथ यौन शोषण के आरोपी आसाराम को दो दिनों तक अस्पताल में स्वास्थ्य परीक्षण के बाद पुन: जोधपुर की सेंट्रल जेल के लिए रवाना किया गया. ह्दय रोग विशेषज्ञ डॉक्टर संजीव सांघवी ने पुष्टि करते हुए कहा कि रिपोर्ट सामान्य आने पर आसाराम को डिस्चार्ज कर दिया गया है.
जोधपुर: नाबालिग के साथ यौन शोषण के आरोपी आसाराम को दो दिनों तक अस्पताल में स्वास्थ्य परीक्षण के बाद पुन: जोधपुर की सेंट्रल जेल के लिए रवाना किया गया. ह्दय रोग विशेषज्ञ डॉक्टर संजीव सांघवी ने पुष्टि करते हुए कहा कि रिपोर्ट सामान्य आने पर आसाराम को डिस्चार्ज कर दिया गया है.
एंजियोग्राफी के लिए खुद आसाराम ने इंकार कर दिया. जिसके बाद कड़ी सुरक्षा के बीच आसाराम बापू को जोधपुर की सेंट्रल जेल ले जाया गया. गौरतलब है कि आसाराम की जहां सोनोग्राफी करवाई जिसकी रिपोर्ट में यूरिन इंफेक्शन की बात सामने आ रही थी. ब्लैडर में इंफेक्शन की बात सामने आई थी. हालांकि आसाराम की ईसीजी की रिपोर्ट नॉर्मल आई. वहीं ह्दय रोग विशेषज्ञ डॉ संजीव सांघवी उनका परीक्षण किया जिसके बाद रिपोर्ट सामान्य आई तो उनको डिस्चार्ज कर दिया गया.
सितंबर 2013 से जेल में बंद
आपको बता दें कि आसाराम सितम्बर 2013 से जोधपुर जेल में बंद है. हाईकोर्ट के आदेश के बाद लोअर कोर्ट में आसाराम से जुड़े मामले की सुनवाई रोजाना की गई. इस कारण उसे रोजाना जेल से कोर्ट लाया जाता था. जनवरी 2018 में उसके मामले की सुनवाई पूरी होने के बाद उसे जेल से बाहर निकलने का अवसर नहीं मिला. 25 अप्रैल 2018 को सुरक्षा कारणों से उसे जेल के भीतर ही सजा सुनाई गई. तब से आसाराम जेल में ही बंद है.
जेल से बाहर आने के लिए कई बार प्रयास किया
आसाराम ने जेल से बाहर आने के लिए कई बार प्रयास किया है, लेकिन हर बार लोअर कोर्ट से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक उसकी जमानत याचिकाएं खारिज होती गई. सात साल में आसाराम की एक दर्जन से ज्यादा जमानत याचिकाएं खारिज हो चुकी है. जबकि उनकी ओर से देश के नामी वकील पैरवी कर चुके हैं.