श्री अन्न गाँव में मिलेट् उत्पाद् से महिलाएं बनेगी आत्मनिर्भर

उदयपुर. महाराणा प्रताप कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के अखिल भारतीय समन्वित कृषिरत महिला अनुसंधान परियोजना के अंतर्गत श्री अन्नगांव खेराड, झाडोल की महिलाओं के लिएक्षमता संवर्धन हेतु मिलेट् उत्पाद् के साथ-साथ आँवला के मूल्य संवर्धित उत्पादपर एकदिवसीय प्रशिक्षण का आयोजन किया गया | प्रशिक्षण में इकाई समन्वयक डॉ. विशाखा बंसल ने कहा कि इस प्रशिक्षण से प्राप्त कौशल से महिलाएं दैनिक आहार में मोटे अनाज से बने उत्पाद को शामिल करके आत्मनिर्भर बनेगी और साथ ही उन्होंने मोटे अनाज के महत्व एवं लाभ के बारे में बताया | मोटे अनाज हमारे शरीर में खनिज लवण को पूरा करते हैं और गर्भवती महिलाओं के लिए, शिशुओं के लिए बेहद फायदेमंद है| प्रशिक्षण मेंडॉ. हेमू राठोड़ ने महिलाओं कोश्रम साध्य उपकरण जैसे आराम सीट और सीड प्लांटर के बारे में प्रायोगिक जानकारी दी ।साथ ही कुसुम शर्मा ने महिलाओं को विभिन्न प्रायोगिक क्षमता संवर्धन हेतु मोटे अनाज व आँवला के मूल्य संवर्धित उत्पाद बनाना सिखाया जिसमेंअनुष्का तिवारी नेसहयोग दिया | प्रशिक्षण में कुल20 – 22 महिलाओं ने भाग लिया |

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