विप्रो में आने से पहले डेलापोर्टे कैपजेमिनी में चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर के पद पर कार्य कर रहे थे जहां उन्हें वर्ष 2019 में 4.9 मिलियन डॉलर वेतन भत्तों के रूप में दिए गए। इसी में 1.9 मिलियन डॉलर के फिक्स्ड तथा अन्य प्रकार के शेयर्स भी शामिल थे।
जागरूक जनता नेटवर्क
नई दिल्ली। विप्रो (WIPRO) के चीफ एक्जीक्यूटिव थिएरी डेलापोर्टे को पिछले महीने वेतन भत्तों के रूप में 8.8 मिलियन डॉलर दिए गए थे। डेलापोर्टे को दिए गए पैसे में 1.3 मिलियर डॉलर तनख्वाह तथा अलाउंसेज के रूप में, 1.5 मिलियन डॉलर अन्य भत्तों के रूप, 5.2 मिलियन डॉलर अन्य आय के रूप में तथा 760,000 लॉन्ग टर्म कंपेनसेशन के रूप में चुकाए गए। इस तरह भारतीय कंपनियों द्वारा हायर किए गए विदेशी अधिकारियों में थिएरी डेलापोर्टे सबसे अधिक सैलेरी पाने वाले अधिकारी बन गए हैं।
उन्हें यह भत्ते छह जुलाई से लेकर 31 मार्च तक के दौरान दिए गए थे। उनके पूर्ववर्ती अबिदाली नीमचवाला को वर्ष 2019-20 में 4.4 मिलियन डॉलर रुपए दिए गए। विप्रो में आने से पहले डेलापोर्टे कैपजेमिनी में चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर के पद पर कार्य कर रहे थे जहां उन्हें वर्ष 2019 में 4.9 मिलियन डॉलर वेतन भत्तों के रूप में दिए गए। इसी में 1.9 मिलियन डॉलर के फिक्स्ड तथा अन्य प्रकार के शेयर्स भी शामिल थे।
अजीम प्रेमजी के पुत्र तथा विप्रो के चेयरमेन रिषद प्रेमजी को भी गत वर्ष 1.6 मिलियन डॉलर के वेतन भत्ते दिए गए जो उनके द्वारा वर्ष 2019 में प्राप्त किए गए भत्तों की तुलना में लगभग दुगुना है। उन्हें लगभग आठ लाख डॉलर सैलेरी व भत्तों के रूप में, 7 लाख 60 हजार डॉलर कमीशन के रूप में, अन्य भत्तों के रूप में 2,334 डॉलर तथा लॉन्ग टर्म कंपेनसेशन के रूप में 52,791 डॉलर दिए गए। इसके साथ ही उन्हें वर्ष 2021 में विप्रो लिमिटेड के कुल प्रोफिट में भी 0.35 प्रतिशत कमीशन दिया गया।