बीकानेर@जागरूक जनता। राष्ट्रीय बालिका दिवस के अवसर पर स्वास्थ्य विभाग द्वारा जिला मुख्यालय से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों तक बेटी बचाओ का संदेश दिया गया। सभी खंड मुख्यालयों व विभिन्न स्वास्थ्य केंद्रों पर बालिकाओं-महिलाओं को लेकर कार्यशालाएं आयोजित की गई तथा विभिन्न माध्यमों से पीसीपीएनडीटी एक्ट व मुखबिर योजना का प्रचार प्रसार किया गया।
रेडियो पर 1 या 2 बेटियों के माता-पिता के साथ परिचर्चा कार्यक्रम किया गया।
सीएमएचओ डॉ बी एल मीणा ने बताया कि जिले भर में राष्ट्रीय बालिका दिवस को पूरे हर्षोल्लास से मना कर बेटियों की महत्ता का जनसंचार किया गया। उन्होंने बताया कि जिला लिंगानुपात के मामले में राज्य में अग्रणी है किंतु हाल ही में नोखा व खाजूवाला ब्लॉक में जन्म पर लिंगानुपात में गिरावट दर्ज हुई है। इसे गंभीरता से लेते हुए मुखबिर योजना को जन जन तक पहुंचाने का प्रयास किया जा रहा है जिसमें लिंग जांच की सूचना देने वाले मुखबिर के लिए ₹300000 पुरस्कार का प्रावधान है।
जिला मुख्यालय पर वृद्धजन भ्रमण पथ तथा ट्रैफिक पॉइंट पर ट्रैफिक पुलिस के संयुक्त तत्वावधान में हस्ताक्षर अभियान चलाया गया। इस अवसर पर ट्रैफिक इंचार्ज प्रदीप सिंह अपने दल सहित मौजूद रहे वहीं स्वास्थ्य विभाग से डॉ अनिल वर्मा जिला पीसीपीएनडीटी समन्वयक महेंद्र सिंह चारण, जिला आशा समन्वयक रेणु बिस्सा व भोजराज सक्रिय रहे। इसी प्रकार स्वास्थ्य भवन सभागार में स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं व कार्यालय कर्मियों के साथ बेटी बचाओ को लेकर शपथ ग्रहण का आयोजन किया गया। इस अवसर पर आरसीएचओ डॉ राजेश कुमार गुप्ता, डिप्टी सीएमएचओ डॉ योगेंद्र तनेजा, डॉ लोकेश गुप्ता, डी पी एम सुशील कुमार, महेंद्र सिंह चारण, मनीष गोस्वामी व रेणू बिस्सा आदि ने बेटियों कें पक्ष में शपथ ग्रहण की। कार्यक्रम में पीसीपीएनडीटी एक्ट के प्रावधानों तथा मुखबिर योजना के सहयोग से सूचना तंत्र विकसित करने पर मंथन हुआ।