जयपुर शहर के कॉलोनीवासियों के बेहतर स्वास्थ्य के लिये राष्ट्रीय आयुर्वेद संस्थान द्वारा आयोजित शिविर में बड़ी संख्या में वृद्धजनों, महिलाओं का प्रकृति परीक्षण हुआ।
जयपुर. देश का प्रकृति प्रशिक्षण अभियान के अंतर्गत राष्ट्रीय आयुर्वेद संस्थान के चिकित्सकों द्वारा जयपुर शहर और आसपास के गांव में बड़ी संख्या में 25 दिसम्बर तक आम जन का प्रकृति परीक्षण किया जा रहा है। आयुर्वेद चिकित्सकों द्वारा बुधवार को जयपुर शहर की कॉलोनियों और सोसाइटी में वर्द्धजनो, महिलाओं और युवाओं का बड़ी संख्या में प्रकृति परीक्षण किया गया। राष्ट्रीय आयुर्वेद संस्थान के चिकित्सकों द्वारा झालाना डूंगरी स्थित वार्ड नंबर 139 में डिवाइन भारत चैरिटेबल ट्रस्ट द्वारा प्रकृति परीक्षण कैम्प आयोजित किया गया । कार्यक्रम का शुभारंभ नगर निगम चैयरमेन ओर स्थानीय वार्ड पार्षद लक्ष्मण सिंह नुनीवाल, राजा पार्क भाजपा मंडल अध्यक्ष राजेश कुमार शर्मा और लोकेश शर्मा द्वारा कैंप का शुभारंभ किया गया। अभियान के अंतर्गत अंबिकेश्वर महादेव मंदिर मॉडल टाउन, आगरा रोड जयपुर भगवती गार्डन प्रकृति परीक्षण शिविर का आयोजन अंबिकेश्वर महादेव मंदिर समिति के संरक्षक ललित शर्मा, अध्यक्ष बनवारी लाल शर्मा दिनेश गुप्ता के सहयोग से किया गया।
प्रकृति प्रशिक्षण अभियान के अंतर्गत आम जन को वात पित्त और कब से संबंधित प्रकृति परीक्षण के विषय में जानकारी दी गई और स्वास्थ्य के लिए इसके लाभ को बताया गया। राष्ट्रीय आयुर्वेद संस्थान के प्रशिक्षित चिकित्सा विशेषज्ञों की टीम द्वारा प्रतिभागियों का परीक्षण किया गया । जिसमें उन्हें उनकी विशिष्ट शारीरिक प्रकृति और उसके स्वास्थ्य पर प्रभावों को समझने में सहायता प्रदान की गई । इस कार्यक्रम में प्रतिभागियों के रजिस्ट्रेशन एवं रिपोर्ट हेतु प्रकृति परीक्षण मोबाइल ऐप का उपयोग किया गया, जिसमें प्रत्येक प्रतिभागी को उनकी प्रकृति का डिजिटल प्रमाणपत्र देने के साथ आयुर्वेदिक दवाओं का किट भी प्रदान किया गया ।
शिविर में राष्ट्रीय आयुर्वेद संस्थान से डॉक्टर राकेश नागर, डॉक्टर ब्रह्म दत्त शर्मा, डॉ अनिल पुष्कर, डॉ सुमन शर्मा के साथ आयुर्वेद चिकित्सकों की टीम द्वारा किया गया। छात्र नेता आकाश यादव ओर अमन कसाना द्वारा युवाओं और छात्रों को प्रकृति परीक्षण करवाने के लिए प्रोत्साहित किया गया। शिविर में राष्ट्रीय आयुर्वेद संस्थान के प्रशासनिक अधिकारी नरेश कुमार गुप्ता, जनसंपर्क अधिकारी विनोद सैन ने प्रकृति परीक्षण के लिए सहयोग करने वाली संस्थाओं कॉलोनीवासियों और समिति के पदाधिकारीयो का आभार जताया।