गुजरात से अयोध्या- 33 साल बाद फिर रथयात्रा: अब आडवाणी ‘प्राण प्रतिष्ठा’ में नहीं होंगे शामिल, जानिए क्या है वजह

लखनऊ. 1990 के दशक में अयोध्या में राम मंदिर आंदोलन के अगुआ रहे भारतीय जनता पार्टी (BJP) के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी (Lal Krishna Advani) और मुरली मनोहर जोशी (Dr. Murli Manohar Joshi) को ट्रस्ट ने प्राण प्रतिष्ठा में शामिल होने के लिए मना किया है। अहमदाबाद की राम चरित मानस ट्रस्ट-न्यूराणिप रथयात्रा आयोजित कर रही है। अयोध्या पहुंचने के बाद ट्रस्ट रामलला को 51 लाख रुपए का चढ़ावा चढ़ाएगा।

इससे पहले 1990 के दशक में अयोध्या में राम मंदिर आंदोलन के अगुआ रहे भारतीय जनता पार्टी (BJP) के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी (Lal Krishna Advani) और मुरली मनोहर जोशी (Dr. Murli Manohar Joshi) के स्वास्थ्य और उम्र संबंधी के कारणों से अगले महीने होने वाले मंदिर के प्राण-प्रतिष्ठा समारोह में शामिल होने की संभावना नहीं है।

33 साल पहले रथयात्रा के सूत्रधार रहे थे लालकृष्ण आडवाणी
राममंदिर ट्रस्ट ने 33 साल पहले रथयात्रा के सूत्रधार रहे लालकृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी से अपील की है कि वे जनवरी में होने वाले प्राण प्रतिष्ठा समारोह के लिए अयोध्या न आएं। राम मंदिर ट्रस्ट के चंपत राय ने यह जानकारी दी।

अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण करा रही संस्था श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने मीडिया को बताया कि पूर्व उप प्रधानमंत्री आडवाणी और पूर्व मानव संसाधन विकास मंत्री जोशी स्वास्थ्य और उम्र संबंधी कारणों से समारोह में शामिल नहीं हो सकेंगे।

चंपत राय ने कहा कि ‘दोनों (आडवाणी और जोशी) परिवार के बुजुर्ग हैं। उनकी उम्र को देखते हुए उनसे न आने का अनुरोध किया गया है, जिसे दोनों ने स्वीकार कर लिया है।’ आडवाणी अब 96 साल के हैं और जोशी अगले महीने 90 साल के हो जाएंगे।

श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने कहा, ‘प्राण-प्रतिष्ठा समारोह की सभी तैयारियां 15 जनवरी तक पूरी कर ली जाएंगी। प्राण प्रतिष्ठा के लिए पूजा 16 जनवरी को शुरू होगी, जो 22 जनवरी तक जारी रहेगी।’ पीएम नरेंद्र मोदी 22 जनवरी को समारोह में शामिल होंगे।

देश भर के साधु संत समेत एक्टर, नेता और उद्योगपति होंगे शामिल
चंपत राय ने कहा कि विभिन्न परंपराओं के 150 साधु-संतों और छह दर्शन परंपराओं के शंकराचार्यों सहित 13 अखाड़े इस समारोह में भाग लेंगे। कार्यक्रम में लगभग 4 हजार संतों को आमंत्रित किया गया है। इसके अलावा 2200 अन्य मेहमानों को भी निमंत्रण भेजा गया है।

राय ने बताया कि काशी विश्वनाथ, वैष्णोदेवी जैसे प्रमुख मंदिरों के प्रमुखों, धार्मिक और संवैधानिक संस्थानों के प्रतिनिधियों को भी आमंत्रित किया गया है। उन्होंने बताया कि आध्यात्मिक गुरु दलाई लामा, केरल की माता अमृतानंदमयी, योग गुरु बाबा रामदेव, अभिनेता रजनीकांत, अमिताभ बच्चन, माधुरी दीक्षित, अरुण गोविल, फिल्म निर्देशक मधुर भंडारकर और प्रमुख उद्योगपति मुकेश अंबानी, अनिल अंबानी, प्रसिद्ध चित्रकार वासुदेव कामत, इसरो के निदेशक नीलेश देसाई और कई अन्य जानी-मानी हस्तियां भी प्राण-प्रतिष्ठा समारोह में मौजूद रहेंगी।

प्रतिष्ठा समारोह के बाद 24 जनवरी से उत्तर भारत की परंपरा के अनुसार 48 दिनों तक मंडल पूजा होगी। वहीं, 23 जनवरी से आम लोग रामलला के दर्शन कर सकेंगे। चंपत राय ने बताया कि अयोध्या में तीन से अधिक स्थानों पर मेहमानों के ठहरने की उचित व्यवस्था की गई है। उन्होंने कहा कि इसके अलावा विभिन्न मठों, मंदिरों एवं गृहस्थ परिवारों द्वारा 600 कमरे उपलब्ध कराये गए हैं। आगामी 25 दिसंबर से तीन प्रमुख स्थानों पर भंडारा भी शुरू हो जाएगा।

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