कोरोना : शादियों का सीजन, मेहमानों की सूची में फिर शुरू हुई कांट-छांट


  • मजबूरन मेहमानों की सूची में कैंची चलने लगी है
  • लोग बोले- 100 की पाबंदी में किसको मना करें या बुलाए
  • अप्रैल से एक बार फिर शादियों के मुहूर्त शुरू हो रहे हैं। अप्रैल से जुलाई तक 35 मुहूर्त हैं।

जयपुर @ जागरूक जनता। चार महीने के इंतजार के बाद 22 अप्रैल से शादियों का सीजन प्रारंभ हो जाएगा। वहीं, दूसरी तरफ हर दिन कोरोना संक्रमण बढ़ता जा रहा है। इसके साथ ही बंदिशें भी बढ़ने लगी है। रात का कर्फ्यू लागू कर दिया गया और दुकानों के खोलने का समय भी घटा दिया गय है। विवाह समारोह में संभागियों की संख्या 100 निर्धारित कर दी गई है। प्रशासन लगातार सख्ती बरतने लगा है। यानी स्थितियां खराब होती जा रही हैं।

इसके साथ शादियों की तैयारी में जुटे परिवार और वेडिंग इंडस्ट्रीज से जुड़े लोगों के माथे पर भी सलवटे आने लगी हैं। मजबूरन मेहमानों की सूची में कैंची चलने लगी है। लग्न, बारात, फेरे, दावत में मेहमानों की संख्या में कांट-छांट की जा रही है। रास्ता निकाला जा रहा है कि कुछ को रिसेप्शन में तो कुछ काे शादी में बुला लिया जाए।

वेडिंग प्लानर जितेंद्र गोयल ने बताया कि लोगों के फोन आ रहे हैं, जो कैटरिंग में प्लेट और आइटम कम करने की बात कह रहे हैं। हमने महीनों पहले हलवाई, वेटर, कुक, डेकोरेटर्स आदि को पहले से एडवांस दे दिया है। इसलिए नई स्थितियों से भारी परेशानी हो रही है।

जयपुर के कृष्णानगर निवासी आकाश ने बताया उसकी 30 अप्रैल को शादी है। बारात अजमेर जानी है। जैसे-जैसे लॉकडाउन खुला और कोरोना का आंकड़ा कम हुआ शादी में मेहमानों की संख्या बढ़ा दी थी। करीब 500 लोगों को शादी का न्यौता दिया गया था, लेकिन अब फिर से 100 की सीमा तय कर दी गई है। ऐसे में एक तरफ से 50 लोग ही शादी में शामिल हो पाएंगे। समझ नहीं आ रहा कि जिन रिश्तेदारों को न्यौता दे चुके हैं, उन्हें कैसे मना करें। उन्होंने बताया कि जहां पहले एक-एक मेहमान को फोन कर न्यौता दिया। वहीं, अब फोन कर एक-एक कर मना करना पड़ रहा है।

नाइट कर्फ्यू में नहीं निकलेगी बारात
इधर, नाइट कर्फ्यू के कारण रात में बारात नहीं निकल पाएगी। इसलिए बैंड वाले परेशान हैं। बैंड वादक सुनील ने बताया कि जून तक की बुकिंग हो चुकी है। अप्रैल में बुकिंग करा चुके लोगों के फोन आए हैं, जो बारात निकालने को लेकर संशय जता रहे हैं। उन्हें हम क्या जवाब दें। कुछ समझ नहीं आ रहा।

भरतपुर के रणजीत नगर निवासी लोकेश ने बताया परिवार में लंबे अरसे बाद परिवार में शादी हो रही है। पूरे कुटुंब में धूमधाम से शादी करने का उत्साह है। तैयारी भी वैसे ही की जा रही है, लेकिन अब 100 मेहमानों को ही बुलाने की पाबंदी है। कार्ड छप गए हैं। लोगों को फोन पर कह दिया है। अब कैसे किसको मना करें या बुलाए समझ में नहीं आ रहा है। कैटर्स को 1000 लोगों का खाना बुक कराया है। किस तरह समारोह संपन्न होगा, ये समझ नहीं आ रहा है।

अप्रैल में 8 सावे, सभी में जोरदार बुकिंग
अप्रैल से एक बार फिर शादियों के मुहूर्त शुरू हो रहे हैं। अप्रैल से जुलाई तक 35 मुहूर्त हैं। 25 अप्रैल को बड़ा मुहूर्त है और बड़ी संख्या में शादियां है। किंतु लग्न, दावत आदि के आयोजन 22 से प्रारंभ हो जाएंगे। अप्रैल में 22, 24, 25, 26, 27, 28, 29 और 30, मई में 1, 2, 7, 8, 9, 12, 13, 14, 19, 20, 21, 22, 23, 24, 25, 26, 27, 28, 29 और 30, जून में 3, 4, 5, 16,18, 19, 20, 21, 22, 23, 24, 26 और 30, जुलाई में 1, 2, 7, 13 और 15 का सावा रहेगा। इसके बाद देवशयन को चले जाएंगे और नवंबर में विवाह के लिए 3 महीने के लंबे अंतराल के बाद 9 शुभ मुहूर्त आएंगे। नवंबर में 15, 16, 20, 21, 22, 27, 28, 29 और 30 तथा दिसंबर में 1, 2, 6, 7, 11, 12 और 13 काे सावा है।


Jagruk Janta

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