कोरोना के कम होते प्रभाव के बाद विकास कार्यों में लाएं गति-जिला कलक्टर
बीकानेर@जागरूक जनता। जिला कलक्टर नमित मेहता ने कहा कि शहर की कोई भी स्ट्रीट लाइट बंद नहीं रहे, इसके लिए नगर विकास न्यास एवं नगर निगम आगामी दस दिनों में संयुक्त कार्यवाही सुनिश्चित करे।
जिला कलक्टर सोमवार को कलक्ट्रेट सभागार में साप्ताहिक समीक्षा बैठक व सपंर्क पोर्टल पर दर्ज प्रकरणों के निस्तारण की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण के कम होते प्रभाव के बाद विकास कार्यों में तेजी लाई जाए। सभी विभाग बजट घोषणा की अनुपालना को सर्वोच्च प्राथमिकता दें तथा इनकी नियमित समीक्षा हो। उन्होंने मानसून से पूर्व शहर के सभी नालों की साफ-सफाई व इन्हें दुरूस्त करवाने के निर्देश दिए। आवारा पशुओं को पकड़ने की मुहिम फिर से चलाने तथा रात्रिकालीन सफाई प्रारम्भ करवाने एवं इसकी प्रतिदिन की रिपोर्ट भेजने के लिए निर्देशित किया।
जिला कलक्टर ने कहा कि मनरेगा के तहत श्रमिक संख्या बढ़ाई जाए। इस दौरान कोविड एडवाइजरी का ध्यान रखें। आवश्यकता के अनुसार कार्यों की संख्या बढ़ाने के निर्देश भी दिए। उन्होंने स्वच्छ भारत मिशन, राजीव गांधी जल संचय योजना, सीमान्त क्षेत्र विकास कार्याें की प्रगति समीक्षा की। बीएडीपी के कार्यों की सीसी-यूसी समय पर भिजवाने के लिए निर्देशित किया।
मेहता ने बजट घोषणा की अनुपालना में शहरी क्षेत्र में 7.5 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाली 36 सड़कों की प्रगति जानी तथा ये कार्य प्राथमिकता से करवाए जाएं। चैखूंटी पुलिया के नीचे अवैध कब्जों को हटाने के लिए नगर निगम, नगर विकास न्यास तथा पीडब्ल्यूडी की संयुक्त टीम बनाई जाएं तथा त्वरित कार्यवाही सुनिश्चित की जाए। सार्वजनिक निर्माण विभाग के अन्य निर्माण कार्यों की समीक्षा की तथा इनमें गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखने के निर्देश दिए।
जिला कलक्टर ने जिले में नए ट्यूबवेल बनाने की स्थिति की समीक्षा की तथा कहा कि बचे हुए 22 ट्यूबवेल जुलाई के प्रथम सप्ताह तक तैयार करवाए जाएं। किसी भी स्थिति में ग्रामीण क्षेत्रों में लम्बे समय तक ट्यूबवेल खराब नहीं रहें। इसके लिए संबंधित अभियंताओं की जिम्मेदारी तय की जाए। उन्होंने जिले में पेजयल वितरण तथा विद्युत सप्लाई की स्थिति की समीक्षा की। विद्युत तंत्र सुदृढ़ीकरण कार्यों की प्रगति के बारे में जाना। उन्होंने कहा कि जलदाय और विद्युत निगम के अधिकारी आपसी समन्वय रखकर कार्य करें।
मेहता ने संपर्क पोर्टल, राइट टू सीएम, मुख्यमंत्री कार्यालय सहित विभिन्न आयोगों से जुड़े प्रकरणों की समीक्षा की तथा कहा कि इन प्रकरणों का समयबद्ध निस्तारण सुनिश्चित किया जाए। रेड सील प्रकरणों का 15 दिवस में निस्तारण करने के लिए निर्देशित किया। उन्होंने कहा कि विभागों द्वारा सभी कार्मिकों का वैक्सीनेशन सुनिश्चित करवाया जाए। इसके लिए चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग से समन्वय के लिए निर्देशित किया।
बैठक में मुख्य कार्यकारी अधिकारी जिला परिषद ओमप्रकाश, अतिरिक्त जिला कलक्टर (प्रशासन) बलदेव राम धोजक, जिला रसद अधिकारी यशवंत भाकर, नगर निगम उपायुक्त पंकज शर्मा, सहायक निदेशक (लोक सेवाएं) सबीना बिश्नोई, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. ओ. पी. चाहर सहित विभिन्न अधिकारी मौजूद रहे।