बीकानेर@जागरूक जनता। जिले के सभी उर्वरक आदान विक्रेताओं को उर्वरकों का वितरण वास्तविक किसानों को कृषि विभाग के कार्मिकों की मौजूदगी में ही करना होगा। इसकी अवहेलना करने पर उर्वरक नियंत्रण आदेश 1985 के तहत विभाग द्वारा कार्यवाही की जाएगी।
उपनिदेशक कृषि (विस्तार) कैलाश चौधरी ने बताया कि वर्तमान में जिले में वर्तमान में किसानों द्वारा बोई गई रबी की फसलों (गेहूं, सरसों आदि) में यूरिया का उपयोग किया जा रहा है। गत वर्ष जिले में रबी फसलों का बुवाई क्षेत्रफल 6 लाख 8000 हैक्टेयर था। वहीं इस बार 6 लाख 46 हजार हैक्टेयर क्षेत्र में रबी फसलों की बुवाई हुई है। गत वर्ष जिले को 60 हजार 500 मेट्रिक टन यूरिया की आपूर्ति हुई थी। वहीं इस बार रबी मौसम में 62 हजार 500 मेट्रिक टन यूरिया की मांग के विरूद्ध जिले को अब तक लगभग 53 हजार मेट्रिक टन यूरिया की आपूर्ति हुई है।
उन्होंने बताया कि इस वर्ष जिलें में सरसों का बुवाई क्षेत्रफल गत वर्ष की तुलना में लगभग 70 हजार हैक्टयर ज्यादा होने के कारण यूरिया की मांग बढ़ी है। वर्तमान में जिले में सीएफसीएल व इफको का यूरिया वितरण किया जा रहा है। शीघ्र ही जिले को वर्तमान फसलों की आवश्यकता के अनुसार यूरिया की आपूर्ति की जाएगी। इसके मद्देनजर उन्होंने किसान से यूरिया का उपयोग विभागीय दिशा-निर्देश एवं आवश्यकता के अनुसार करने का आह्वान किया है। साथ ही जिले के सभी उर्वरक आदान विक्रेताओं को उर्वरकों का वितरण वास्तविक कृषक को कृषि विभाग के कार्मिकों की उपस्थिति में ही करने के निर्देश दिए हैं। इसकी अवेहलना करने पर उर्वरक नियंत्रण आदेश 1985 के तहत कार्यवाही की जाएगी।
कृषि विभाग के कार्मिकों की मौजूदगी में करना होगा उर्वरक वितरण
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