विषम परिस्थितियों में जीवन-यापन करने वाली अभिवंचित वर्ग की बालिकाओं को शिक्षा से जोड़े रखने के लिए ब्लॉक स्तर पर कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय खोले जाएंगे। कोटा जिले में ब्लॉक स्तर पर यह विद्यालय खुलेंगे।
कोटा. विषम परिस्थितियों में जीवन-यापन करने वाली अभिवंचित वर्ग की बालिकाओं को शिक्षा से जोड़े रखने के लिए ब्लॉक स्तर पर कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय खोले जाएंगे। कोटा जिले में ब्लॉक स्तर पर यह विद्यालय खुलेंगे। राज्य सरकार ने सुल्तानपुर व कनवास (सांगोद) में कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय की प्रशासनिक व वित्तीय स्वीकृति जारी कर दी है। सुल्तानपुर में निर्माण कार्य शुरू हो चुका है। जबकि कनवास में जमीन का आवंटन हुआ है। इटावा में पहले से ही यह स्कूल संचालित है। जबकि मंडाना व खैराबाद में प्रक्रियाधीन है।
100 छात्राओं की मिलेगी पढ़ाई की सुविधा
इन स्कूलों में कक्षा 6 से 12 वीं कक्षा तक की 100 छात्राओं का चयन किया जाएगा। नि:शुल्क पढ़ाई के साथ हॉस्टल की सुविधा रहेगी। वहां रहना-खाना, नाश्ता, गणवेश, जूते, चिकित्सा सुविधा मिलेगी, यानी की सम्पूर्ण खर्च सरकार उठाएगी।
2 करोड़ 10 लाख की राशि स्वीकृत
इन विद्यालयों निर्माण के लिए राज्य सरकार ने 2 करोड़ 10 लाख की राशि स्वीकृति जारी की गई। सुल्तानपुर व कनवास में दोनों स्कूलों के लिए एक-एक हैक्टेयर जमीन आवंटित की गई है।
इसका उद्देश्य
कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालयों की देश में 2006-07 में शुरूआत हुई थी। विद्यालय का मुख्य उद्देश्य यह है कि अनामांकित बालिकाएं, दूरदराज में रहने वाली बालिका, जहां पढ़ाई की सुविधा नहीं है। वह बालिका पढ़ाई से वंचित हो रही है। वह इन विद्यालयों में रहकर पढ़ाई कर अपना जीवन संवार सकती है।