SC on NEET UG Result: केंद्र और राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (एनटीए) ने न्यायमूर्ति विक्रम नाथ और न्यायमूर्ति संदीप मेहता की अवकाशकालीन पीठ को बताया कि जिन छात्रों को ग्रेस मार्क दिए गए थे। उन्हें दोबारा पेपर देने का विकल्प दिया जाएगा।
नई दिल्ली. राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा-स्नातक (NEET-UG) को लेकर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के दौरान एनटीए ने यूटर्न लेते हुए कहा कि 67 छात्रों को 720 में से 720 नंबर मिलने की वजह ग्रेस मार्क्स बताया। एनटीए ने नीट-यूजी 2024 परीक्षा के 1,563 छात्रों के ग्रेस मार्क को रद्द कर दिया है। केंद्र सरकार ने गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट से कहा कि मेडिकल कॉलेज में एडमिशन के लिए आयोजित ‘राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा -स्नातक’ (नीट-यूजी), 2024 के 1,563 अभ्यर्थियों को ग्रेस मार्क देने के फैसले को निरस्त कर दिया गया है। इसके साथ ही इन छात्रों को 23 जून को दोबारा परीक्षा देने का विकल्प दिया गया है।
केंद्र और राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (एनटीए) के वकीलों ने न्यायमूर्ति विक्रम नाथ और न्यायमूर्ति संदीप मेहता की अवकाशकालीन पीठ को बताया कि जिन छात्रों को ग्रेस मार्क दिए गए थे। उन्हें दोबारा पेपर देने का विकल्प दिया जाएगा।
मामले में कोर्ट ने कहा कि वह प्रवेश के लिए काउंसलिंग प्रक्रिया पर रोक नहीं लगाई जाएगी। केंद्र ने कहा कि अगर इन 1,563 छात्रों में से कोई परीक्षार्थी पुन: परीक्षा नहीं देना चाहता तो परिणाम में उसके मूल अंकों को शामिल किया जाएगा जिसमें ग्रेस मार्क नहीं जोड़े जाएंगे।
केंद्र ने न्यायालय को बताया कि पुन: परीक्षा का परिणाम 30 जून को घोषित किया जाएगा और एमबीबीएस, बीडीएस और अन्य पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए काउंसलिंग छह जुलाई को शुरू होगी। दलीलों पर गौर करते हुए पीठ ने कहा कि एडटेक फर्म ‘फिजिक्स वाला’ के मुख्य कार्यकारी अलख पांडे समेत अन्य लोगों द्वारा ग्रेस मार्क्स दिए जाने के मुद्दे पर दायर याचिका सहित सभी याचिकाओं पर 8 जुलाई को सुनवाई की जाएगी।
इनमें प्रश्नपत्र लीक होने और अन्य धांधली के आरोपों में नीट-यूजी 2024 परीक्षा को निरस्त करने के अनुरोध वाली याचिकाएं भी शामिल हैं। एनटीए ने 5 मई को 4,750 केंद्रों पर नीट-यूजी की परीक्षा आयोजित की थी और करीब 24 लाख उम्मीदवारों ने इसमें हिस्सा लिया था। नतीजे 14 जून को आने की उम्मीद थी, लेकिन उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन पहले ही पूरा हो जाने के कारण नतीजे 4 जून को घोषित कर दिए गए।
क्या है पूरा मामला
प्रश्नपत्र लीक होने जैसे आरोपों और 1,500 से अधिक परीक्षार्थियों को ग्रेस मार्क्स दिए जाने को लेकर विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए और सात उच्च न्यायालयों तथा उच्चतम न्यायालय में मामले दायर किए गए। नीट-यूजी, 2024 परीक्षा में 67 छात्रों को 720 अंकों में से पूरे अंक मिले हैं जो कि नीट के इतिहास में अभी तक नहीं हुआ। इनमें से छह छात्रों ने हरियाणा के फरीदाबाद के एक ही केंद्र पर परीक्षा दी थी जिसके बाद अनियमितताओं को लेकर संदेह पैदा होने लगा। दिल्ली में 10 जून को बड़ी संख्या में छात्रों ने प्रदर्शन किया और कथित धांधली की जांच की मांग की। आरोप हैं कि कृपांक की वजह से 67 छात्र परीक्षा में टॉप पर हैं। नीट-यूजी परीक्षा का आयोजन देशभर के सरकारी और निजी संस्थानों में एमबीबीएस, बीडीएस, आयुष और अन्य संबंधित पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए एनटीए द्वारा किया जाता है।