कोरोना संकट काल में इलाज के नाम पर निजी हॉस्पिटलों ने मचाई लूट


  • नियमों को ताक पर रखकर चल रहा है स्वरूपगंज स्थित पालनपुर हॉस्पिटल & ट्रोमा सेंटर
  • आख़िर किसकी पनाह से बिना विभागीय स्वीकृति से नियमों को ताक पर रखकर चल रहा है हॉस्पिटल..?
  • कोविड़ इलाज के लिए विभाग ने नहीं दी परमिशन फिर भी इलाज करके वसूले हजारों रुपये जिम्मेदार कौन…..?
  • क्या जिम्मेदार विभाग करेगा उचित कानूनी काईवाई या जांच के नाम और होगी महज खानापूर्ति..?
  • इलाज के नाम पर की गई लूट की जांच करके क्या आमजन को दिलाये जायेगे पुनः रुपये..?

सिरोही (तुषार पुरोहित) @ जागरूक जनता। भारत देश के साथ साथ आज पूरा विश्व कोरोना महामारी की विकट समस्या से जूझ रहा है…! देश व प्रदेश की सरकारें हर मोर्चे पर इस बीमारी से आमजन को बचाने के लिए प्रयत्नशील है। ओर तमाम प्रयास किये जा रहें हैं। परन्तु बड़ा विडम्बना का विषय है कि इस विकट आपदा के समय को सिरोही ज़िले के कुछ निजी हॉस्पिटल संचालको ने इस आपदा को भी कमाई का अच्छा खासा अवसर बना दिया है। कोई जांच कर नाम पर लूट रहा है तो कोई इलाज के नाम पर। दरअसल यह हमें इसलिए कहना पड़ रहा है कि पिण्डवाड़ा तहसील के स्वरूपगंज कस्बे में स्थित पालनपुर हॉस्पिटल एन्ड ट्रोमा सेंटर के संचालन को लेकर कांग्रेस के प्रदेश सचिव नींबाराम गरासिया व भाजपा के पिण्डवाड़ा आबू विधायक समाराम गरासिया ने सवाल खड़े कर दिये हैं। इस निजी हॉस्पिटल का संचालन नियमों को ताक पर रखकर लम्बे समय से हो रहा है परंतु जिम्मेदार अधिकारियों ने आँखें मूंद दी है। जिससे तमाम सवाल खड़े हो गये है।

क्या कहते हैं जिम्मेदार अधिकारी

पूरे मामलें पर सिरोही सीएमएचओ डॉ राजेश कुमार का कहना है कि पालनपुर हॉस्पिटल एन्ड ट्रोमा सेंटर के संचालन की स्वीकृति सिरोही सीएमएचओ ऑफिस से नही ली गई है। जबकि नियमानुसार एप्लिकेशन देनी होती है, साथ ही बताया कि कोविड़ के इलाज के लिए भी परमिशन लेनी होती है परन्तु उक्त हॉस्पिटल को ऐसी कोई स्वीकृति सीएमएचओ ऑफिस से नही दी गई। सवाल यह उठता है फिर यह हॉस्पिटल बिना विभागीय स्वीकृति के कैसे चल रहा था..? क्या इसके पीछे भी आपसी साठगांठ का कोई बड़ा झोल चल रहा है..? शायद ही यह बात किसी के जहन में भी उतरे की इस प्रकार खुलेआम राष्ट्रीय राजमार्ग पर संचालित हॉस्पिटल की जिम्मेदारों की खबर न या जानकारी न हो..? फिर यह किसकी श्रेय से चल रहा था यह भी बड़ा सोचनीय व गम्भीर सवाल है। सबसे महत्वपूर्ण बात यह भी रहेगी क्या जिम्मेदार उचित जांच करके सख्त काईवाई कर पाएगा या महज जांच के नाम पर खानापूर्ति होगी।

परिजनों का गम्भीर आरोप इलाज में लापरवाही से हुई मौत

गुरुवार को स्वरूपगंज निवासी एक युवक की इस हॉस्पिटल में इलाज के दौरान मौत हो गई। जिससे पीड़ित परिजनों ने हॉस्पिटल में हंगामा करते हुए परिजनों ने इलाज में लापरवाही का गम्भीर आरोप लगाया है। परिजनों का कहना है कि केवल नाम का ट्रोमा सेंटर है सुविधाओं का अभाव है, वही आमजन को हॉस्पिटल के नाम से गुमराह किया जा रहा। और इलाज के नाम पर हजारों रुपये वसूल किये जा रहें। लोगो का इलाज के नाम पर जमकर शोषण हो रहा है। परन्तु जिम्मेदार अधिकारी इस ओर ध्यान नहीं दे रहें जो कई सन्देह पैदा कर रहा है।

ट्रोमा सेंटर के मापदंडों को दरकिनार करके हो रहा हॉस्पिटल का संचालन

किसी हॉस्पिटल का ट्रॉमा सेंटर नाम से संचालन करना तभी सार्थक है जब समस्त विभागीय नियमों को पूर्ण करते हुए समस्त सुविधा मुहैया करवाई जाती हो। परन्तु स्वरूपगंज स्थित यह ट्रॉमा सेंटर नियमो को ताक पर रखकर सरेआम चल रहा है। तथा आमजन को इलाज के नाम पर गुमराह किया जा रहा।

यह है विभागीय प्रावधान

स्वरूपगंज स्थित पालनपुर हॉस्पिटल एन्ड ट्रोमा सेंटर में ब्लड बैंक होनी चाहिए थी जबकि इसमें नही है।
सिटी स्कैन मशीन भी आवश्यक है जो उक्त हॉस्पिटल में नजर नही आई।पोस्टमार्टम के लिए गृह भी होना चाहिए जो इसमें कई नजर नही आया। साथ विशेषज्ञ डॉक्टर भी आवश्यक रूप से होने चाहिए। ऐसे कई सख्त नियम बने हुए। परंतु उक्त ट्रोमा सेंटर नियमों ले विपरीत चल रहा है।

कोई इलाज के नाम पर लूट रहा है तो कोई जांच के नाम पर जिम्मेदार बने हुये है मूकदर्शक

इस भीषण आपदा में आमजन काफी मुसीबतों से जूझ रहें है परन्तु जिले के निजी हॉस्पिटल संचालको ने इलाज के नाम पर लूट मचा रखी है। तो कोई जांचो के नाम पर लूट रहा है तो कोई इलाज के नाम पर, परन्तु काईवाई के नाम पर महज खानापूर्ति होती है। जिससे निजी हॉस्पिटल संचालको के हौसले बुलंद हैं। इन बुलंद हौसले के पीछे एक वजह जिम्मेदारों की आपसी साठगांठ की भी प्रबल आशका जाहिर की जा रहीं है। क्योंकि बिना आपसी पनाह के शायद ही यह संभव हो..? स्वरूपगंज स्थित ट्रोमा सेंटर द्वारा जो इलाज के नाम पर पैसे वसूले गये उसकी चर्चा सोशल मीडिया पर भी जमकर हो रहीं हैं। क्षेत्र वासियो में आक्रोश है वही लोगो ने हॉस्पिटल संचालकों पर उचित कानूनी काईवाई की मांग करते हुए आमजन से वसूले गये रुपयों को भी वापिस दिलवाने की मांग की है।

हॉस्पिटल के जिम्मेदार नहीं दे पाएं सन्तोषप्रद जवाब

पूरे विषय पर पालनपुर हॉस्पिटल एंड ट्रॉमा सेंटर के जिम्मेदारों का पक्ष जानना चाह तो सर्वप्रथम हॉस्पिटल में कार्यरत डॉक्टर दीपक से सम्पर्क करके पूरे मामलें पर जानकारी चाही तो उन्होंने जानकारी देने से मना करते हुए कहा कि इस संदर्भ में सीनियर डॉक्टर गौतम से बात करिए जब सीनियर डॉक्टर गौतम से सम्पर्क करके उनका पक्ष जानना चाह तो कॉल उठाकर काट दिया। उसके पश्चात पुनः दो बार कॉल किया गया तो पूरी घण्टी जाने के बाद भी नहीं उठाया गया। जिससे सवाल उठना भी वाज़िब है। आखिर इस हॉस्पिटल के संचालक जवाब देने से क्यो कतरा रहें हैं। मतली साफ जाहिर हो रहा है कि इलाज के नाम लोगों से लूट का खेल चल रहा होगा..?


Jagruk Janta

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