शीतकालीन सत्र : नीतीश बोले- शराब पीकर मरेंगे तो क्या मुआवजा देंगे, विधानसभा में मांग उठी तो कहा- एक पैसा नहीं देंगे; मौतों का आंकड़ा 65 हुआ


छपरा। शराब से मौत पर शीतकालीन सत्र में जोरदार हंगामा हुआ। सरकार को बर्खास्त करने की मांग को लेकर बीजेपी राजभवन पहुंच गई। बिहार के सारण (छपरा) में जहरीली शराब से 59 मौतों के बाद अब सीवान में भी मौतों का सिलसिला शुरू हो गया है। अब तक 5 लोगों की मौत की सूचना आई है। इधर, बेगूसराय के तेघड़ा में भी 1 की मौत हुई है। एक की हालत गंभीर है। बिहार में जहरीली शराब से मौत का कुल आंकड़ा 65 हो गया है। विधानसभा में लगातार तीसरे दिन विधानसभा में जमकर हंगामा हुआ। कुर्सियां पटकीं गईं। विपक्ष सरकार बर्खास्त करने की मांग को लेकर राजभवन पहुंच गया।

नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा ने पीड़ित परिवार को 10-10 लाख मुआवजा देने की मांग उठाई। इस पर नीतीश ने कहा कि दारु पीकर मरे हैं तो क्या सरकार मुआवजा देगी। एक पैसा नहीं देंगे। सीवान में जो मौतें हुई हैं, वो भगवानपुर हाट थाना क्षेत्र के ब्रह्मस्थान गांव में हुई हैं।

छपरा में जहरीली शराब कांड में अब नया खुलासा हुआ है। यहां थाने में जब्त स्प्रिट के कंटेनर से बड़ी मात्रा में स्प्रिट गायब है। शक है कि इसी से यह जहरीली शराब बनी थी, जिसे पीकर मौतें हुईं। यह कहीं और से नहीं, बल्कि थाने से सप्लाई की गई थी। इस बात का सबूत के तौर पर ग्रामीणों ने वीडियो बनाकर एक्साइज डिपार्टमेंट के मुख्य सचिव केके पाठक को भेजा है।

शिकायत के बाद मुख्य सचिव हरकत में आए और जांच के लिए ज्वाइंट कमिश्नर कृष्णा पासवान और डिप्टी सेक्रेटरी निरंजन कुमार को भेजा। उन्होंने देखा तो जब्त स्प्रिट के ड्रम खुले थे। स्प्रिट गायब थी। अब सैंपल पटना भेजा गया है। जिन लोगों ने शिकायत की है उन्होंने कहा है कि वहीं से चौकीदार और पुलिस की मदद से थाने से स्प्रिट की सप्लाई धंधेबाजों को की गई। कई कंटेनर के ढक्कन गायब हैं।

मौतों का आंकड़ा 59 पहुंचा
शराब से मौतों का आंकड़ा 59 हो गया। पहले दिन मंगलवार को 5 मौतें हुई थीं। इसके बाद बुधवार को 25 और गुरुवार को 19 लोगों की जान गई। शुक्रवार सुबह तक 10 और लोगों को जहरीली शराब निगल गई। सबसे ज्यादा मौतें छपरा के मशरख, अमनौर और मढ़ौरा इलाकों में हुई हैं। ये लोग निजी क्लीनिकों में या घर पर इलाज करा रहे थे। मरने वालों में तीन ऐसे लोग हैं जो खुद ही शराब बेच रहे थे। दूसरी तरफ पुलिस ने कार्रवाई करते हुए मशरख के थानेदार और चौकीदार को सस्पेंड कर दिया है, जबकि DM ने मढौरा के SDPO को ट्रांसफर करने और विभागीय कार्रवाई करने की अनुशंसा विभाग से की है।

सुप्रीम कोर्ट पहुंचा शराबकांड

शराब से मौत का मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया है। आर्यावर्त महासभा फाउंडेशन ने याचिका दायर कर मामले की जल्द सुनवाई करने की मांग की है। साथ ही पीड़ितों को उचित मुआवजा देने की मांग की है। पूरे मामले की जांच SIT से कराने की मांग है। हालांकि, मामले पर जल्द सुनवाई से सुप्रीम कोर्ट ने इनकार किया है। कोर्ट ने कहा कि मामला मेंशनिंग लिस्ट में नहीं है।

48 घंटे में 150 लोग गिरफ्तार
एक्साइज डिपार्टमेंट की 7 टीमें छापेमारी कर रही हैं। मशरख के अलग-अलग इलाके से 600 लीटर अवैध शराब बरामद हुई है। अब तक 48 घंटे में 150 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। उधर, CM नीतीश कुमार ने गुरुवार को कहा था कि जहरीली शराब से शुरू से लोग मरते हैं। सबको अलर्ट रहना चाहिए, क्योंकि जब शराब बंदी है तो खराब शराब मिलेगी ही। जो शराब पियेगा वो मरेगा।


Jagruk Janta

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