- विपक्षी सदस्य भी अभिभाषण सुनते तो लोकतंत्र की गरिमा बढ़ती।
- सबसे पहले उत्तराखंड के चमोली त्रासदी का जिक्र किया।
नई दिल्ली। बजट 2021 और कृषि कानूनों को लेकर विपक्ष के विरोधी रुख ओर सवालों के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस समय राज्यसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर जवाब दे रहे हैं। उन्होंने धन्यवाद प्रस्ताव पर बोलते हुए सबसे पहले उत्तराखंड के चमोली त्रासदी का जिक्र किया। पीएम ने कहा कि पूरा विश्व अनेक चुनौतियों से जूझ रहा है। शायद किसी ने ऐसा सोचा होगा कि इंसानों को इन परिस्थितियों से भी गुजरना होगा।
आंदोलन जीवी से देश को बचान होगा
पीएम मोदी ने कहा कि आंदोलन जीवी आंदोलन खोजते रहते हैं। यह देश में एक नई इकाई है। इसका नाम है फॉरेन डिस्ट्रक्टिव आइडियोलॉजी ( FDI )। यह परजीवी आंदोलनजीवी हैं। जहां कहीं भी विरोध होता है, वहां उन्हें वकीलों, छात्रों या मजदूरों का समर्थन करते हुए देखा जाता है। ऐसे लोग आंदोलन करते रहते हैं। वे आंदोलन का बहाना ढूंढते रहते हैं। वे बिना आंदोलन के नहीं रह सकते। हमें उनकी पहचान करनी होगी। उनसे राष्ट्र की रक्षा करनी होगी।
सभी को राष्ट्रपति का अभिभाषण सुनना चाहिए था
इसके बाद उन्होंने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के अभिभाषण पर कहा कि यह आत्मनिर्भर भारत और इस दशक के लिए नए मार्ग प्रशस्त करने वाला अभिभाषण भाषण है। उनके भाषण के बहुत ताकत थी। विपक्ष अभिभाषण सुनते संसद और लोकतंत्र की गरिमा बढ़ती। सभी को राष्ट्रपति का अभिभाषण सुनना चाहिए था। पीएम मोदी ने कहा कि हमारा लोकतंत्र ऐसा नहीं जिसका विपक्ष मजाक उड़ा रहे हैं।
राष्ट्रपति का भाषण आत्मविश्वास और उत्साह से भर देने वाला था। उन्होंने कोरोना संकट का जिक्र करते हुए कहा कि आज दुनिया की भारत पर नजर है। आज पूरा देश कोरोना संकट से एक साथ मिलकर जूझ रहा है। उन्होंने कहा कि कोरोना से जीत का श्रेय हिन्दुस्तान को जाता हैं
12 करोड़ किसानों को लाभ पहुंचाया
कृषि कानूनों पर विपक्ष को आड़े हाथों लेते हुए सबसे पहले चौधरी चरण सिंह जी को याद किया। उन्होंने कहा कि चौधरी साबह ने सबसे छोटे किसानों की सबसे ज्यादा किसानों की चिंता की। हमारी सरकार ने 12 करोड़ ऐसे किसानों को पीएम किसान सम्मान निधि का लाभ दिया की पास 1 या दो एकड़ जमीन है। पूर्व पीएम देवेगौड़ा की तारीफ करते हुए कहा कि हमारा मकसद इन्हीं किसानों के बारे में काम करने की है।
बड़े किसान सरकारी योजनाओं का खुद ब खुद लाभ उठा लेते हैं। हमारी सरकार ने इस बात का भी प्रयास किया है फर्टिलाइजर सब्सिडी भी गरीब किसानों को मिले। इसका लाभ उन्हें आज मिल रहा है।