रोद्र रूप में आने लगे सूर्यदेव, पारा 40 पार


जयपुर, उदयपुर समेत प्रदेश के 15 जिलों में पारा 40 डिग्री पार पहुंचा, 16 जिलों में लू चलने का अनुमान

जयपुर। राजस्थान में सूर्यदेव ने अपना रौद्र रूप दिखाना शुरू कर दिया। मंगलवार दोपहर तक प्रदेश के 15 जिलों में तापमान 40 डिग्री से ऊपर पहुंच गया तो फलौदी में 43 डिग्री सेल्सियस का आंकड़ा भी लांघ गया। मौसम विभाग की ओर से पश्चिमी राजस्थान के कुछ जिलों में आंधी के साथ हल्की बारिश की संभावना जताई जा रही है।

मौसम विभाग ने प्रदेश के 24 शहरी क्षेत्रों के तापमान की जानकारी दी है, जिसमें 15 में पारा 40 डिग्री सेल्सियस से ऊपर पहुंच गया। सर्वाधिक पारा फलौदी में है, जहां पिछले चौबीस घंटे में 43.4 डिग्री सेल्सियस अधिकतम तापमान रहा। फलौदी न्यूनतम तापमान में भी पीछे नहीं है, यानी रात में भी यहां पारा 26.2 डिग्री सेल्सियस रहा।

जयपुर में पारा 40 पार
राजधानी जयपुर में भी अधिकतम पारा अब 40 डिग्री सेल्सियस के पार है तो न्यूनतम पारा भी 20 डिग्री सेल्सियस से अधिक है। गणगौर का उत्सव एक प्रमुख त्योहारों में से एक है। लेकिन यहां तेज धूप और कोरोना महामारी के बढ़ते आंकड़ों की वजह से बाजार में सड़कें सुनी नजर आ रही हैं। इसके बाद भी परिजनों का पेट पालने के लिए महिलाएं तपती धूप में सामान बेचने के लिए सड़कों पर बैठी नजर आ रही हैं।

बीकानेर में तेज गर्मी
तपते सोनलिया धोरे अब सिर्फ रात को सुहाते हैं। दरअसल, दिन में यहां का पारा चालीस डिग्री के आसपास पहुंच गया है तो रात में भी बीस के पार है। बीकानेर के मुख्य मार्गों पर आवाजाही कम हो गई है। कोटगेट से केईएम रोड पर आवाजाही अब कम है।

झीलों की नगरी भी गरम
झील, पहाड़ और हरियाली के बीच बसे उदयपुर का तापमान आमतौर पर कम ही रहता है। गर्मी ने शुरुआती दौर में अपना असर दिखा दिया है। यहां भी अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है जबकि रात का पारा भी 25 डिग्री सेल्सियस का आंकड़ा जल्द ही छू सकता है।

अजमेर में दिन में रास्ते सूने, रात सबसे गर्म
दोपहर के वक्त अजमेर की सूनी पड़ी सड़कों पर कोरोना का नहीं बल्कि गर्मी का असर है। मंगलवार दोपहर में यहां का पारा 37 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। ऐसे में मदार गेट, चूड़ी बाजार, दरगाह बाजार, नया बाजार, स्टेशन रोड़, कचहरी रोड़, वैशाली नगर आदि क्षेत्रों में सड़कों पर आवाजाही कम नजर आई। शहर में लोग सुबह या शाम अपने काम निपटाने में लगे हैं। अजमेर में रात का पारा 27.4 डिग्री सेल्सियस तक आ गया है। जो प्रदेश में सर्वाधिक है।

अलवर का भी चढ़ा पारा
राजस्थान के सिंह द्वार अलवर भी सूर्यदेव की नजर में आ गया है। यहां दिन का पारा 40 डिग्री के आसपास पहुंच गया है जबकि रात में भी कूलर के स्वीच ऑन हो रहे हैं। जल्दी ही अलवर में एयर कंडीशनर से बिजली के बिलों का पारा भी चढ़ता दिखेगा। अलवर में मंगलवार की दोपहर 38 डिग्री सेल्सियस तापमान था, जबकि रात में 21.2 डिग्री सेल्सियस तापमान था। सोमवार की दोपहर यहां का पारा 42 डिग्री के आसपास रहा।

पांच दिन में सीकर में बढ़ा पारा
पिछले पांच दिन में ही सीकर के अधिकतम तापमान में 10 डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी हो गई है। यहां पिछले सप्ताह तक तापमान 30 से 35 के बीच डोल रहा था, लेकिन अब यह 40 के पास आ गया है। गर्मी के साथ ही हवा की गति तेज हो गई है, जिससे लू के थपेड़ों जैसा अहसास हो रहा है। सीकर में रात को आराम नहीं है और पारा 20 डिग्री से ऊपर पहुंच रहा है। सोमवार की रात का पारा 21 डिग्री सेल्सियस रहा।

इन जिलों में पारा पहुंचा 40 के पार
प्रदेश के जिन शहरी क्षेत्रों में अधिकतम तापमान चालीस डिग्री सेल्सियस के पार पहुंच गया है, उनमें भीलवाड़ा, वनस्थली, अलवर, जयपुर, कोटा, सवाई माधोपुर, बूंदी, चित्तौड़गढ़, बाडमेर, जोधपुर, फलौदी, चूरू, भरतपुर, धौलपुर व करौली शामिल है।

पश्चिमी राजस्थान में राहत या आफत?
एक सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से उत्तर पश्चिमी राजस्थान के ऊपर एक प्रेरित परिसंचरण तंत्र बना हुआ है। इसके असर से मंगलवार दोपहर बाद अथवा रात्रि के समय पश्चिमी राजस्थान के जैसलमेर, नागौर, बीकानेर गंगानगर, हनुमानगढ़ व चूरू जिलों में कहीं-कहीं मेघगर्जन के साथ तेज अंधड़ (हवा की गति 40-50Kmph) व हल्की बारिश होने की संभावना है। इसके बाद बुधवार से तापमान में दो से चार डिग्री सेल्सियस कम हो सकता है।

चेतावनी : पूर्वी राजस्थान
मौसम विभाग ने मंगलवार दोपहर जारी चेतावनी में कहा है कि कोटा, सवाई माधोपुर, बूंदी, जयपुर, अलवर, भीलवाड़ा, भरतपुर, चित्तौड़गढ़, जिलों में लू चलने की आशंका है।

चेतावनी : पश्चिमी राजस्थान
बीकानेर, बाडमेर, जैसलमेर, जोधपुर, पाली, जालौर, नागौर, चूरू में कहीं कहीं पर लू पड़ सकती है। बीकानेर व जोधपुर संभाग के इन जिलों में तेज हवाओं के साथ बारिश व अंधड़ की संभावना बनी हुई है।

जलदायकर्मियों के अवकाश पर रोक
प्रदेश में गर्मियों में पेयजल व्यवस्था के समुचित प्रबंधन के लिए जलदाय विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों के बिना पूर्व अनुमति अवकाश एवं मुख्यालय छोड़ने पर पाबंदी लगा दी गई है। अगर कोई अधिकारी बिना पूर्वानुमति के अपने मुख्यालय पर अनुपस्थित पाया गया तो इसे गम्भीरता से लिया जाएगा। इस संबंध में विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव सुधांश पंत की ओर से आदेश जारी किया गया है।


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