डूंगर कॉलेज में ऊंट उत्पादों से बीमारियों का निदान विषय अन्तर्राष्ट्रीय वेब सिम्पोजियम सम्पन्न


डूंगर कॉलेज में उत्पादों से बीमारियों का निदान विषय अन्तर्राष्ट्रीय वेब सिम्पोजियम सम्पन्न

बीकानेर@जागरूक जनता। बीकानेेर इंटर डिस्प्लनरी रिसर्च कन्जोटियम, राजकीय डूंगर महाविद्यालय, बीकानेर द्वारा ऊँट उत्पादों से बिमारियों का निदान विषय पर अन्तर्राष्ट्रीय वेबसिम्पोजियम की शुुरूआत अमेरिका की क्रिस्टीना एडमस, राज. डूंगर महाविद्यालय, बीकानेर के प्राचार्य डाॅ. जी.पी. सिंह नेशनल सिसर्च सेन्टर फार कैमल के निदेशक डाॅ. ए. साहू एवं डायबिटीज रिसर्च सेंटर के निदेशक डाॅ. आर.पी. अग्रवाल द्वारा किया गया। सहायक निदेशक डाॅ. राकेश  हर्ष ने स्वागत उद्बोधन प्रस्तुत किया। प्राचार्य डाॅ. जी.पी. सिंह ने अध्यक्षीय उद्बोधन में बीआईआरसी के कार्यों का उल्लेख करते हुए नैक ग्रेडिंग एवं विद्यार्थियों के व्यक्तित्व विकास में  इसकी अवधारणा बताई। मुख्य अतिथि डाॅ. ए.साहू ने एन.आई.सी.सी. की विभिनन गतिविधियों की चर्चा करते हुए सरसों के तेल में सल्फर का आंकलन, कैमल मिल्क का प्रोटिओंमिक्स जैसे विषयों को विस्तार से बताया। विशिष्ट अतिथि डाॅ. आर.पी. अग्रवाल ने कैमल मिल्क द्वारा डायाबिटीज निदान के बारे में जानकारी देते हुए राइका प्रजाति की विशिष्टताओं को इंगित किया। कीनोट स्पीकर कैलिफोर्निया अमेरिका की क्रिस्टीना एडमस ने कैमल मिल्क द्वारा  आटिज्म जैसी गंभीर बिमारी के निदान के बारे में किए गये प्रायोगिक अध्ययन को पावर पाइंट के माध्यम से समझाया। क्रिस्टीना द्वारा रचित पुस्तक क्रेजी फार कैमल पर विशेष चर्चा हुई। क्रिस्टीना  ने राजस्थान विशेष कर ग्रीन कैमिस्ट्री रिसर्च सेंटर बीकानेर में किये जा रहे शोेध कार्यों को अपने व्याख्यान में रेखांकित किया।
वेबसिम्पोजियम का आकर्षण ग्रीन कैमिस्ट्री रिसर्च सेंटर द्वारा निर्मित एवं अब्दुल शाहिद द्वारा निर्देशित साईंस फिल्म ‘‘कैमल मिल्क व आटिज्म’’ तथा कैमल मिल्क फार डायबिटीज रही।
इस वेबसिम्पोजियम के दौरान पहली बार आन लाईन क्विज का आयोजन किया गया जिसमें 100 से अधिक  प्रतिभागियों ने भाग लिया। विजेताओं के नामों की घोषणा क्रिस्टीना एडम्स द्वारा की गई।
कन्वीनर डाॅ. एच.एस. भंडारी ने बताया कि राजकीय डूंगर महाविद्यालय के बी.आई.आर.सी. द्वारा पहला अन्तर्राष्ट्रीय वेब सिम्पोजियम आयोजित किया गया जिसमें अमेरिका, ब्राजील, सऊदी अरब, स्पेन, आस्ट्रेलिया जैसे देशों सहित भारत वर्ष से 350 प्रतिभागी उपस्थित रहें।


वेबसिम्पोजिप सचिव डाॅ. एस.के. वर्मा ने बी.आई.आर.सी. द्वारा अन्र्तसंकाय शोध कार्यों की अवधारणा के बारे में बताते हुए इसके फाउंडर डाॅ. नरेन्द्र भोजक, डाॅ. रवीन्द्र मंगल व डाॅ. सुमन शर्मा को धन्यवाद अर्पित किया। जूम प्लेटफार्म पर आयोजित इस कार्यक्रम पर राज. डूंगर महाविद्यालय सहित बीकानेर के कार्यक्रम में डाॅ. आर के पुरोहित,  डाॅ. एस एन जाटोलिया, डाॅ. राजाराम, डाॅ. उमा राठौड़, डाॅ. एस. के. यादव, डाॅ. सुषमा जैन सहित पचास से अधिक संकाय सदस्यों ने भाग लिया।
वेबसिम्पोजियम के को-पैर्टन डाॅ. ए.के. यादव ने समापन सत्र में आभार व्यक्त करते हुए ऐसे कार्यक्रम की महत्ता को छात्रहित में बताया।


Jagruk Janta

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