विशेषज्ञों ने साइबर हमलों के नए पैटर्न और उनके रोकथाम के उपायों पर प्रकाश डाला
जयपुर। मुरलीपुरा स्थित एन. के. पब्लिक स्कूल में अमेटी विश्वविद्यालय के संयुक्त तत्वाधान में विशेष साइबर सुरक्षा वर्कशॉप का आयोजन किया। इस वर्कशॉप में आईटी विशेषज्ञ, सुरक्षा विश्लेषक डॉ. हनी गोचर, मनोवैज्ञानिक डॉ. शोभिता जैन और प्रबंध निदेशक डॉ. एन. सी. लुणायच व निदेशक कुलदीप सिंह उपस्थित थे। इस वर्कशॉप का उद्देश्य साइबर सुरक्षा की नई तकनीकों और तरीकों पर चर्चा करना और उनसे संबंधित खतरों की पहचान करना था।
कार्यक्रम की शुरुआत संस्थान के निदेशक, कुलदीप सिंह उपस्थित में की गई। उन्होंने कहा आज के डिजिटल युग में साइबर सुरक्षा हमारी प्राथमिकता होनी चाहिए। इस तरह की वर्कशॉप हमें नई चुनौतियों के लिए तैयार करती हैं और हमें सुरक्षा के सर्वोत्तम उपायों को अपनाने में मदद करती हैं। मुख्य वक्ता साइबर सुरक्षा विशेषज्ञ डॉ. हनी गोचर ने साइबर हमलों के नए पैटर्न और उनके रोकथाम के उपायों पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा साइबर अपराधी लगातार अपने तरीकों में सुधार कर रहे हैं, इसलिए हमें भी अपनी सुरक्षा प्रणालियों को लगातार अपडेट करना होगा।वर्कशॉप में उपस्थित स्टूडेंट्स ने विभिन्न सत्रों में भाग लिया जिनमें डेटा एन्क्रिप्शन, नेटवर्क सिक्योरिटी, और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस आधारित सुरक्षा उपायों पर विस्तृत चर्चा की गई। प्रतिभागियों को विभिन्न सॉफ्टवेयर और उपकरणों का डेमो भी दिखाया गया, जिससे वे अपने संगठनों में सुरक्षा प्रोटोकॉल को प्रभावी ढंग से लागू कर सकें। कार्यक्रम के अंत में चित्रा राजे बसेरा ने इस वर्कशॉप को सफल बनाने के लिए सभी का धन्यवाद किया। इस तरह की वर्कशॉप न केवल तकनीकी ज्ञान को बढ़ावा देती हैं, बल्कि पेशेवर नेटवर्किंग के अवसर भी प्रदान करती हैं।