Parliament Monsoon Session Updates: संसद सत्र में गुरुवार 8 अगस्त का दिन हंगामे भरा चल रहा है। देखें | केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने लोकसभा में Waqf (संशोधन) विधेयक, 2024 पेश किया।
नई दिल्ली. Parliament Monsoon Session Updates: संसद सत्र में गुरुवार 8 अगस्त का दिन हंगामे भरा चल रहा है। देखें | केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने लोकसभा में Waqf (संशोधन) विधेयक, 2024 पेश किया। इसे लेकर राज्यसभा और लोकसभा दोनों ही जगहों पर हंगामा होने लगा है। कई दलों ने अभी से ही इसका विरोध करना शुरू कर दिया। समाजवादी पार्टी उन दलों में शामिल है, जिसने वक्फ कानून को लेकर अपना स्टैंड साफ कर दिया है। Waqf (संशोधन) विधेयक में वक्फ अधिनियम, 1995 का नाम बदलकर ‘एकीकृत वक्फ प्रबंधन, सशक्तीकरण, दक्षता और विकास अधिनियम, 1995’ करने का भी प्रावधान है। विधेयक को पेश किए जाने से पहले मंगलवार रात लोकसभा सदस्यों के बीच वितरित किया गया। कांग्रेस सांसद केसी वेणुगोपाल, डीएमके सांसद कनिमोझी सहित कई विपक्षी सांसदों ने इसका विरोध किया। वहीं जेडीयू सांसद और केंद्रीय मंत्री राजीव रंजन ने बिल का समर्थन किया।
‘धार्मिक स्वतंत्रता पर सीधा हमला’- कांग्रेस सांसद
कांग्रेस सांसद केसी वेणुगोपाल ने लोकसभा में वक्फ (संशोधन) विधेयक, 2024 का विरोध किया। उनका कहना है, ‘यह बिल संविधान पर मौलिक हमला है। इस बिल के जरिए वे यह प्रावधान डाल रहे हैं कि गैर-मुस्लिम भी वक्फ गवर्निंग काउंसिल के सदस्य होंगे। यह धार्मिक स्वतंत्रता पर सीधा हमला है। अगला बिल ईसाईयों और जैनों के लिए आएगा। भारत के लोग अब इस तरह की विभाजनकारी राजनीति को स्वीकार नहीं करेंगे।”
‘अनुच्छेद 30 का सीधा उल्लंघन है’- DMK सांसद कनिमोझी
लोकसभा में वक्फ (संशोधन) विधेयक 2024 का विरोध करते हुए डीएमके सांसद कनिमोझी का कहना है, “यह अनुच्छेद 30 का सीधा उल्लंघन है जो अल्पसंख्यकों को उनके संस्थानों का प्रबंधन करने से संबंधित है। यह विधेयक एक विशेष धार्मिक समूह को लक्षित करता है।”
कानून में लाएगा पारदर्शिता- राजीव रंजन
लोकसभा में वक्फ (संशोधन) विधेयक, 2024 पर बोलते हुए, जेडीयू सांसद और केंद्रीय मंत्री राजीव रंजन ने कहा, “यह मुसलमानों के खिलाफ कैसे है? यह कानून में पारदर्शिता लाने के लिए बनाया जा रहा है। विपक्ष इसकी तुलना मंदिरों से कर रहा है।” वे मुख्य मुद्दे से भटक रहे हैं। केसी वेणुगोपाल और कांग्रेस को बताना चाहिए कि हजारों सिख कैसे मारे गए ? किस टैक्सी ड्राइवर ने इंदिरा गांधी की हत्या की? वे अल्पसंख्यकों के बारे में बात कैसे कर सकते हैं?’