सरकार किसानों को ड्रोन उड़ाने की ट्रेनिंग (Remote Drone Pilot Training) देने की शुरुआत कर दी है ताकि इसका लाभ उठाकर खेती में अच्छा उत्पादन किया जा सके. राष्ट्रीय कृषि विकास योजना के अंतर्गत ट्रेनिंग देने की शुरुआत हुई है.
किसान अब खेती में नई तकनीकों का इस्तेमाल करके अपने उत्पादन को बढ़ा रहे हैं. जिसमें ड्रोन के जरिये खेती भी की जा रही है. खेती-किसानों में इस्तेमाल होने वाले ड्रोन के इस्तेमाल के साथ ही साथ ड्रोन उड़ाने (Remote Drone Pilot Training) वालों की मांग में भी वृद्धि हो रही है.
सरकार ने शुरू की ट्रेनिंग
सरकार किसानों को ड्रोन उड़ाने की ट्रेनिंग (Remote Drone Pilot Training) देने की शुरुआत कर दी है ताकि इसका लाभ उठाकर खेती में अच्छा उत्पादन किया जा सके. राष्ट्रीय कृषि विकास योजना के अंतर्गत ट्रेनिंग देने की शुरुआत हुई है. जिसमें डीजीसीए से मान्यता प्राप्त प्रशिक्षण केन्द्रों द्वारा रिमोट पायलटों की ट्रेनिंग कराई जाएगी.
कैसे करें आवेदन
राजस्थान सरकार की तरफ से प्रशिक्षण के बारे में जानकारी दी गई है. जिसके अनुसार ऑनलाइन आवेदन करने वाले आवेदकों 6 दिवसीय आवासीय प्रशिक्षण दिया जाएगा. आवेदकों को जनाधार नंबर के माध्यम से राज किसान पोर्टल पर जाकर आवेदन करना होगा. इसके अलावा राज किसान सुविधा ऐप के माध्यम से भी आवेदन किया जा सकता है.
पात्रता
· जो भी आवेदक कृषि ड्रोन पायलट प्रोग्राम का हिस्सा बनना चाहते हैं उनके लिए किसी भी मान्यता प्राप्त संस्थान से कक्षा दसवीं की परीक्षा उत्तीर्ण करनी जरूरी है. या इसके अलावा कक्षा दसवीं के समक्ष परीक्षा उत्तीर्ण की हो.
· आवेदन करते समय आवेदकों को अपनी मार्कशीट की स्कैन कॉपी अपलोड करनी होगी.
· आवेदकों की आयु 18 साल से 65 साल के बीच होनी चाहिए.
· आवेदकों का राजस्थान राज्य के मूल निवासी होना जरूरी है.
कितनी मिलेगी सब्सिडी
जो भी आवेदन इस ड्रोन टर्निंग प्रोग्राम के लिए चुने जाते हैं उन्हें ट्रेनिंग चार्ज के रूप में 50,000 रुपये देने होंगे. इसके अलावा रहने और खाने के लिए 4,300 रुपये का फीस का भुगतान करना होगा. राज्य कृषि विभाग द्वारा 50 फीसदी राशि की सब्सिडी दी जाती है. ताकि किसानों को आसानी से ट्रेनिंग मिल सके.