जयपुर। प्रमुख शासन सचिव कृषि एवं उद्यानिकी श्री वैभव गालरिया की अध्यक्षता में बुधवार को पंत कृषि भवन के समिति कक्ष में उर्वरकों की मांग, आपूर्ति एवं उपलब्धता की समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया। जिसमें उर्वरकों एवं संभावित आपूर्ति के संबंध में कंपनीवार समीक्षा की गई। बैठक में उर्वरक निर्माता एवं आपूर्तिकर्ता फ़र्मो के प्रतिनिधियों द्वारा भाग लिया गया।
बैठक में श्री गालरिया ने बताया कि डीएपी, यूरिया, एमपीके, एसएसपी उर्वरकों का मासिक आवंटन जो केंद्र सरकार द्वारा किया जाता है उसकी शत् प्रतिशत आपूर्ति होना सुनिश्चित किया जाए।
प्रमुख शासन सचिव ने नैनो यूरिया और नैनो डीएपी को कृषकों द्वारा ज्यादा प्रयोग में लेने के लिए विभाग द्वारा इनका प्रचार प्रसार करने के लिए भी कहा। साथ ही उर्वरकों की हो रही कालाबाजारी की रोकथाम और कालाबाजारी करने वाले आदान विक्रेताओं पर कार्यवाही की जाए।
बैठक में आयुक्त कृषि श्री कन्हैयालाल स्वामी ने सिंगल सुपर फास्फेट (एसएसपी) के विनिर्माता एवं आपूर्तिकर्ताओं को निर्देशित किया कि उर्वरकों की गुणवत्तापूर्वक एवं मांग के अनुरूप आपूर्ति प्राथमिकता से करें। उन्होंने संयुक्त निदेशक (गुण नियंत्रण) को निर्देशित किया कि विशेष गुण नियंत्रण अभियान चलाकर आदान विक्रेताओं के पोस मशीन एवं वास्तविक भौतिक स्टॉक का निरीक्षण करें। कृषि आयुक्त ने एसएसपी व यूरिया को मिलाकर डीएपी की जगह विकल्प के रूप में उपयोग करने का भी सुझाव दिया।
बैठक में अतिरिक्त निदेशक (आदान) डॉ. सुवालाल, संयुक्त निदेशक (आदान) श्री लक्ष्मण राम, संयुक्त निदेशक (गुण नियंत्रण) श्री गजानंद सहित विभागीय अधिकारी और उर्वरक विनिर्मात्ता एवं आपूर्तिकर्ता कंपनीयों के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।