शिक्षा वही जो दायित्वों के प्रति जिम्मेदार बनाए: राज्यपाल मिश्र

Date:

  • जय नारायण व्यास विश्वविद्यालय का 17वां दीक्षांत समारोह ऑनलाइन आयोजित
  • राज्यपाल ने विश्वविद्यालय पाठ्यक्रमों को लचीला बनाने और अपडेट रखने पर दिया जोर
  • मूल कर्तव्यों का ज्ञान कराने के लिए अभियान चलाने का दिया सुझाव

जयपुर। राज्यपाल कलराज मिश्र ने विश्वविद्यालयों के पाठ्यक्रमों को लचीला बनाने, समय.समय पर अपडेट करने तथा निरंतर मूल्यांकन की आवश्यकता जताई है। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालयों में जो कुछ पढ़ाया जा रहा है उसे बदलते समय.संदर्भों और परिवेश के अनुरूप अपडेट करने की जरूरत है।

मिश्र शुक्रवार को जय नारायण व्यास विश्वविद्यालय जोधपुर के 17वें दीक्षांत समारोह में राजभवन से ऑनलाइन संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि सूचना प्रौद्योगिकी, विज्ञान और तकनीकी के क्षेत्र में जिस तेजी से ज्ञान का प्रसार हो रहा है उसी गति से पाठ्यक्रमों को अपडेट करने के लिए इन्हें लचीला बनाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि पाठ्यक्रमों में नवीनतम सामग्री जोडऩे और पुराने पड़ चुके संदर्भों को हटाने के लिए विश्वविद्यालयों में बोर्ड ऑफ स्टडीज की बैठक नियमित रूप से आयोजित की जाए।

उनका कहना था कि विद्यार्थियों को विषय ज्ञान के साथ.साथ मानव मूल्यों, धैय, अनुशासन और राष्ट्रीयता से जुड़ी गौरवगाथाओं से रूबरू कराना भी जरूरी है। उन्होंने कहा कि इन बातों को ध्यान में रखते हुए यदि नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति को सही तरीके से लागू किया जाए तो प्रदेश उच्च शिक्षा के क्षेत्र में देशभर में सिरमौर बन सकता है।

राज्यपाल मिश्र ने कहा कि संविधान में वर्णित कर्तव्यों को लोग अपने आचरण में लाएं, इस उद्देश्य से उन्होंने प्रदेश के विश्वविद्यालयों में संविधान पार्क के निर्माण तथा अपने कार्यक्रमों में संविधान की उद्देश्यिका तथा मूल कर्तव्यों के वाचन की परम्परा बनाई है। उन्होंने इसी क्रम में विश्वविद्यालयों में संविधान के अनुच्छेद 51 क में शामिल मूल कर्तव्यों का ज्ञान कराने के लिए अभियान चलाने तथा संगोष्ठियां व सेमिनार आयोजित करने का सुझाव भी दिया।

सभी विवि में समान कोर्स लागू करने का प्रयास: भाटी
उच्च शिक्षा राज्य मंत्री भंवर सिंह भाटी ने कहा कि राज्य सरकार सभी विश्वविद्यालयों में एक जैसे पाठ्यक्रम लागू करने की दिशा में प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि पश्चिमी राजस्थान भी पूरे प्रदेश के साथ शिक्षा के क्षेत्र में आगे बढ़े, इसके लिए भी सरकार सतत प्रयत्नशील है। इसी क्रम में जय नारायण व्यास विश्वविद्यालय जोधपुर के अभियांत्रिकी महाविद्यालय को अलग से बहुसंकाय विश्वविद्यालय के रूप में विकसित करने की घोषणा की गई है।

नोबल पुरस्कार विजेता कैलाश सत्यार्थी ने कहा कि वास्तविक शिक्षा सिर्फ पुस्तकों से ही नही बल्कि जीवन के उदाहरणों से मिलती हैए इसलिए प्रबुद्धजन विद्यार्थियों के समक्ष जीवन्त उदाहरण प्रस्तुत करते हुए उनमें कृतज्ञता, करुणा और उत्तरदायित्व के भाव विकसित करें। उन्होंने कहा कि शिक्षा का उद्देश्य सूचनाओं और जानकारियों का प्रसार करने से अधिक संतोषी और शांतिमय समाज की स्थापना का होना चाहिए। कार्यक्रम में कुलपति प्रो. पीसी त्रिवेदी ने विश्वविद्यालय का प्रगति प्रतिवेदन तथा गत वर्ष की उपलब्धियों का ब्यौरा प्रस्तुत किया।

तीन विभूतियों को मानद डॉक्टरेट की उपाधि
दीक्षांत समारोह के दौरान न्यायाधिपति डॉ.दलवीर भण्डारी को डॉक्टर ऑफ लॉ, वैज्ञानिक प्रो.गोवर्धन मेहता को डॉक्टर ऑफ साइंस और गांधीवादी एसएनसुब्बाराव को डॉक्टर ऑफ लिटरेचर की मानद उपाधि से सम्मानित किया गया। दीक्षांत समारोह के दौरान अभियांत्रिकी एवं वास्तुकला, कला, शिक्षा एवं समाज विज्ञान, वाणिज्य एवं प्रबंधए विज्ञान तथा विधि संकाय में पीएचडी, स्नातक एवं स्नातकोत्तर उपाधियां प्रदान की गई तथा पाठ्यक्रमों में सर्वोत्तम अंक प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को स्वर्ण पदक प्रदान किए गए।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Share post:

Subscribe

spot_imgspot_img

Popular

More like this
Related

Jagruk Janta Hindi News Paper 30 October 2024

Jagruk Janta 30 October 2024Download

DA बढ़कर 53%: केंद्र कर्मचारियों की HRA, ग्रेच्युटी और अन्य भत्तों में कितनी होगी बढ़ोतरी? जानें

केंद्र सरकार ने केंद्रीय कर्मचारियों के लिए ग्रेच्युटी की...

ताइवान के पास चीनी सेनाओं की गतिविधियों में तेजी, दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ा

ताइवान स्ट्रेट में चीनी सेनाओं की गतिविधियों से तनाव...